कैसे विपरीत परिस्थितियों को वश में कर दीपक बने स्कूल टॉपर व की आकांक्षा फतह…
Last Updated on May 29, 2023 by dahadindia
सियाटांड़। गिरिडीह के उत्क्रमित उच्च विद्यालय, बहोरियाडीह व आर्दश इंस्टीट्यूट ऑफ इजुकेशन, सियाटांड़ के इस वर्ष के मैट्रिक जैक बोर्ड के स्कूल व संस्थान टॉपर दीपक कुमार वर्मा का चारों ओर चर्चा है। और चर्चा रहे भी क्यों नहीं; जब उन्होंने स्कूल/संस्थान टॉपर के अलावे एक ओर खिताब अपने नाम किया है। उन्होंने जैक द्वारा आयोजित राज्यस्तरीय प्रतियोगी परीक्षा आकांक्षा में भी सफलता पाते हुए इतिहास रच दिया है। उनके सफलता की चर्चा होना इसलिए भी लाजमी है, क्योंकि परिस्थितियां बिल्कुल उनके विपरीत थी फिर भी उन्होंने दोनों परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन किया।
पिता राजमिस्त्री उनके उपर पूरे परिवार:
बताते चलें कि दीपक के पिता नीरज वर्मा राजमिस्त्री का कार्य करते हैं और उनका पूरा परिवार उनके इस कार्य पर निर्भर है। यदि कहीं एक सप्ताह वे किसी कारण वश कार्य नहीं कर सके तो सोचिए उनका परिवार कैसे चलेगा? लेकिन अब दीपक के सफलता पर उनके माता-पिता को भरोसा है कि उनका बेटा पढ़-लिखकर कर कुछ करेगा और उनके भी दिन, एक दिन बहुरेंगे।
इंजीनियर बन करेंगे देश व समाज सेवा: दीपक
दीपक ने बताया कि वे जेईई-मेन्स निकाल इंजीनियर बन देश व समाज सेवा करेंगे। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता नीरज-माधुरी व संस्थान शिक्षक संजय कुमार वर्मा, गोपीकृष्ण वर्मा, रंजीत कुमार, शिवनंदन कुमार वर्मा को दिया है। बोले संस्थान शिक्षक के बेहतर गाइडलाइंस के चलते ही उन्होंने ऐसी उपलब्धि पाई है। वहीं उन्होंने विद्यालय प्रभारी प्रधानाध्यापक रंजीत कुमार वर्मा का भी शुक्रिया अदा किया।