विनोबा भावे विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति के निधन पर गिरिडीह कॉलेज में श्रद्धांजलि सभा
Last Updated on July 10, 2024 by Gopi Krishna Verma
गिरिडीह। विनोबा भावे विश्वविद्यालय के लोकपाल एवं पूर्व कुलपति डॉ. प्रोफेसर रमेश शरण के निधन पर मंगलवार को गिरिडीह कालेज में श्रद्धांजलि दी गई। बताया गया कि 8 जुलाई को उनका निधन हुआ।
वहीं गिरिडीह कॉलेज के सभी शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के प्रार्थना किया।
मौके पर प्राचार्य अनुज कुमार ने कहा कि प्रो. रमेश शरण ना सिर्फ अच्छे शिक्षक बल्कि एक अच्छे अभिभावक भी थे। करीब तीन दशकों से ज्यादा के अध्यापन काल में उन्होंने कई पदों को सुशोभित कर उनका मान बढ़ाया।
उनकी स्नातकोत्तर अर्थशास्त्र की पढ़ाई रांची विश्वविद्यालय से पूरी हुई। इसके बाद उच्च शिक्षा के लिए भारतीय प्रबंध संस्थान, कोलकाता में उनका दाखिला हुआ था; लेकिन परिस्थितियां ऐसी रही कि वहां उनकी पढ़ाई पूरी नहीं हुई। इसके बाद 80 के दशक में वे एक व्याख्याता के रूप में रांची विश्वविद्यालय से जुड़े और रांची विश्वविद्यालय से पीएचडी की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने बताया कि 2017-20 के दौरान वे विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति भी रहे और 2024 में उन्हें विनोबा भावे विश्वविद्यालय का लोकपाल नियुक्त किया गया था।
मौके पर श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित प्रभारी प्राचार्य ओंकार चौधरी, प्रो. बालेन्दु शेखर त्रिपाठी, डॉ. बलभद्र, प्रो. धर्मेंद्र, प्रो. आर एस राय, पंकज प्रियदर्शी, शैलेश चंद्र, दिवाकर, विश्राम, प्रो. रश्मि, प्रो. सतीश, दिलीप, जानकी आदि उपस्थित थे।