मशीनरी युग में भी हस्तकला का है अपना महत्व: खुशी शर्मा
Last Updated on July 20, 2024 by Gopi Krishna Verma
सोहराय पेंटिंग के प्रशिक्षुओं का झारक्राफ्ट हजारीबाग में हुआ एक्सपोजर विजिट
गिरिडीह। राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक नाबार्ड के सौजन्य से आइडिया संस्था गिरिडीह के द्वारा सूक्ष्म उद्यम विकास कार्यक्रम अंतर्गत सोहराय पेंटिंग का पंद्रह दिवसीय प्रशिक्षण के तहत महिलाओं को हजारीबाग स्थित झारक्राफ्ट में शनिवार को एक्सपोजर विजिट कराया गया।
आइडिया के प्रोग्राम कॉर्डिनेटर खुशी शर्मा ने बताया कि मशीनरी युग में भी हस्तकला का अपना महत्व है। उन्होंने बताया कि महिलाओं को एक्सपोजर विजिट से कई प्रकार की जानकारियां मिली। इसके पहले महिलाओं को जूट बैग निर्माण का प्रशिक्षण मिला। जूट बैग के उपर जब सोहराय पेंटिंग हो जाएगा तो जूट बैग और फोल्डर फाइल की कीमत दोगुनी हो जाएगी। कहा कि सोहराय पेंटिंग झारखंड राज्य का महत्वपूर्ण हस्तकला है।
सोहराय पेंटिंग का प्रशिक्षण ले चुकी महिलाएं घर के दिवाल, फोल्डर फाइल, फोटो फ्रेम आदि में सोहराय पेंटिंग करके बेच सकती हैं । प्रशिक्षक मो गुलाब ने कहा कि जूट बैग और सोहराय पेंटिंग के प्रशिक्षण से महिलाओं की आमदनी बढ़ेगी और गिरिडीह का भी नाम रौशन होगा। चूँकि मशीनरी युग में हस्तकला की अपनी विशेषता है।
एक्सपोजर विजिट में जाने वाले आशा देवी, सबिता कुमारी, गायत्री देवी, पुनम देवी, जिरवा देवी, मनीषा देवी, ममता देवी, प्रशिक्षक मो गुलाब, सहयोगी राजू कोडा लोग उपस्थित थे।