दो सूत्री मांगों को लेकर मनरेगा कर्मी करेंगे अनिश्चितकालीन हड़ताल
Last Updated on July 25, 2024 by Gopi Krishna Verma
गिरिडीह। झारखंड प्रदेश के गिरिडीह समेत राज्य के सभी जिलों के मनरेगा कर्मी बीते 18 जुलाई से 20 जुलाई तक तीन दिवसीय सांकेतिक हड़ताल में बैठे थे।
लेकिन तीन दिनों के सांकेतिक हड़ताल से सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता देख झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के द्वारा सरकार के रवैए को देखते हुए 22 जुलाई सोमवार से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठने को विवश होने के कारण अपनी मुख्य दो सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चित हड़ताल जारी है।
संघ के गिरिडीह जिला उपाध्यक्ष ने बताया की राज्य में जब जेएमएम की सरकार का गठन हुआ। उस वक्त राज्य के सभी मनरेगा कर्मियों से वादा करते हुए सरकार के द्वारा घोषणा कर बोला गया की बहुत जल्द राज्य के सभी मनरेगा कर्मी व कर्मचारियों को स्थाई कर सरकारी प्रावधान के अनुसार वेतनमान तय करने के साथ अन्य प्रकार की सुविधाएं दी जाएंगी।
किन्तु 4 वर्ष 6 माह का समय बीत जाने के बावजूद सरकार मनरेगा कर्मियों को अनदेखी करती जा रही और अब फिर से विधान सभा चुनाव का समय नजदीक आ चुका है। इसके बावजूद सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं कर रही है।
ऐसी स्थिति में वे लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिए मजबूर है एवं जब तक सरकार उन लोगों की दो प्रमुख मांगों को विधानसभा चुनाव से पहले पूरा नहीं करती है तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी। फिर भी सरकार अगर उनकी मांगों की पूर्ति नहीं करती है तो अब सरकार के खिलाफ राज्यव्यापी आंदोलन किया जाएगा।