मृत्यु प्रमाण पत्र विवाद में मनकडीहा मुखिया को मिला क्लीनचिट, मुखिया निरंजन कुमार ने कहा मुझे फंसाने के लिए रची गई थी साजिश
Last Updated on July 29, 2024 by Gopi Krishna Verma
बिरनी। मनकडीहा पंचायत के बहुचर्चित बीना देवी मृत्यु प्रमाण पत्र विवाद का पटाक्षेप हो गया है। उक्त विवाद के तुल पकड़ने के बाद जांच के लिए आए अनुमंडल पदाधिकारी सह कार्यपालक दंडाधिकारी गिरिडीह दिनेश प्रसाद सुरीन ने जांच के बाद रिपोर्ट सौंप दिया है।
जिसमें इस मामले में स्थानीय मुखिया निरंजन कुमार को क्लीनचिट देते हुए कहा कि मृतका की पुत्री रितु कुमारी ने मुखिया निरंजन कुमार पर मृत्यु प्रमाण पत्र फार्म पर हस्ताक्षर करने का दवाब बनाई और हस्ताक्षर करने के बदले 10 हजार रुपए नगद मांगने का आरोप लगाई थी; परंतु मुखिया निरंजन कुमार ने यह जानते हुए उस फार्म पर हस्ताक्षर नहीं किया कि उक्त महिला की मृत्यु मनकडीहा पंचायत क्षेत्र से बाहर हुआ है जिसकी तस्दीक दर्जनों ग्रामीणों ने अपने लिखित बयान में भी जांच अधिकारियों को सौंपी थी।
वहीं श्री सुरीन ने कहा कि जांच के दौरान पाया कि वीना देवी कि मृत्यु 20 मार्च 2024 को 4: 50 बजे जीवनदीप हॉस्पिटल स्टेशन रोड बाजार रसीकपुर चौक दुमका में हुई थी, जहां उक्त महिला को 15 मार्च को इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था।
इस बीच स्थानीय मुखिया निरंजन कुमार ने कहा कि मृतका की पुत्री रितु कुमारी के द्वारा मुझ पर लगाया गया सारा आरोप निराधार है जिसे उन्होंने बार-बार कहा। कुछ लोगों ने चुनावी रंजिश को लेकर उसे फंसाने की कोशिश किया जो बेनकाब हुआ। उक्त युवती किसी भी फार्म पर हस्ताक्षर करवाने के लिए उनके पास कभी आई ही नहीं, साथ ही उन्होंने जांच टीम को धन्यवाद दिया।