गिरिडीह में धावा दल द्वारा दो बाल श्रमिकों विमुक्त कराया गया
Last Updated on August 10, 2024 by Gopi Krishna Verma
गिरिडीह। शनिवार को गिरिडीह ज़िले में पैन-इंडिया बाल मज़दूर रेसक्यू एवं पूनर्वास अभियान के तहत उपायुक्त, श्री नमन प्रियेश लकड़ा के निर्देशानुसार धावा दल द्वारा गिरिडीह जिला अंतर्गत चिरकी प्रखंड के विभिन्न प्रतिष्ठानों, होटलों, ढाबों आदि का निरीक्षण किया गया।
जहां बाल श्रमिक रखे जाने की सूचना प्राप्त हुई थी। इसी कड़ी में गौरव फास्ट फूड कॉर्नर पिरटांड गिरिडीह तथा सहाबुद्दीन ऑटो पार्ट्स चिरकी पिरटांड में नियोक्ता द्वारा बच्चों से काम कराते हुए देखा गया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि बच्चे चाय बनाने, ग्लास, कप, प्लेट धोने, बाइक की मरम्मत व साफ सफाई के काम मे लगे हुए थे। रेस्क्यू किए गए दोनों बच्चों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
धावा दल में श्रम विभाग से श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी बसंत नारायण महतो, जिला बाल संरक्षण इकाई से सोभा कुमारी, बचपन बचाओ आंदोलन नीति आयोग के जिला समन्वयक अंजली बिन, एक्सेस टू जस्टिस, जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन के सहयोगी संगठन बनवासी विकास आश्रम के प्रबंध निदेशक निकेश कुमार, सीएसडब्ल्यू रूपा कुमारी, उत्तम कुमार एवं पीरटांड़ थाना के पुलिस बल इत्यादि शामिल थे।
आम नागरिकों को भी बचपन को बचाने के लिए आगे आने की जरूरत है। आम नागरिक बालश्रम की शिकायत टॉल फ्री नम्बर 18003456526 एवं 1098 पर दें।