सरकार के गलत नीतियों के कारण नौकरी के लिए मौत के गाल में समा रहे युवा: डॉ. अशोक
Last Updated on September 2, 2024 by Gopi Krishna Verma
गिरिडीह। उत्पाद सिपाही दौड़ में हो रहे युवाओं की मौत पर जोहर झारखड बेरोजगार झारखंड के संस्थाक डॉ. अशोक वर्मा ने कहा कि झारखंडी युवाओं के साथ अत्याचार ही नहीं क्रुर मजाक है।
आप सबने पिछले 5 सालों में देखे होंगे कि सरकार ने किस तरह से गलत नीतियों के तहत पैकेज का पैगाम अपने रिश्तेदारों को नौकरियों का लिस्ट थमाते रहा हैं और आज हमारे युवा नौकरी के लालच में सिपाही की दौड़ प्रतियोगिता में जान गवा रहा है।
मनचाहे तरीके से 10 किलोमीटर की रेस लगाकर युवाओं को मौत के घाट उतार रहा है। यह सरकार हत्यारा ही नहीं बल्कि पॉपिस्ट के रूप में भी देखा जा रहा है। लगता है कि सरकार नाम की चीज झारखंड में 5 साल तक तो नहीं देखा गया; लेकिन चुनाव आते ही बगुले की तरह अपना पंख साफ करने में लगा है। युवाओं को मौत की घाट उतरना पड़ रहा है। आज युवा साथी नहीं जग पाए तो कभी भी झारखंड में अपना अधिकार नहीं ले पाएगा।
गलत नीतियों के कारण सरकार विभिन्न व्यवस्था में युवाओं को मौत की भेंट चढ़ा रहा है। इसे समझिए और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलिये। नींद में रहने से सरकार गहरी नींद में पड़ी रहेगी। जिसे जगाने के लिए हम सभी को जागरूक होना पड़ेगा और इस सरकार को उखाड़ कर फेंकना होगा तभी झारखंड के युवाओं को रोजगार मिलेगा l