खबर का असर: महिला स्वास्थ्य कर्मी के साथ छेड़छाड़ मामले में जांच के लिए पहुंची जिला की टीम
Last Updated on September 14, 2024 by Gopi Krishna Verma
बिरनी। प्रखंड के सामुदायिक सवास्थ्य केंद्र में गड़बड़ी एवं एक निजी मेडिकल कर्मी द्वारा महिला स्टाफ के साथ छेड़छाड़ मामले में शनिवार को सीएस द्वारा गठित जांच टीम जांच के लिए अस्पताल पहुंची तो अस्पताल परिसर में उन्हें हंगामा का सामना करना पड़ा।
ज्ञात हो कि एक महिला स्टाफ ने आरोप लगाया था कि चिकित्सा प्रभारी डॉ. ताज उपस्थिति पंजी अपने आवास में रखते हैं और जब अपना उपस्थिति बनाने के लिए महिला स्टाफ वहां जाती है तो वहां पहले से हीं उपस्थित मेडिकल कर्मी आशीष कुमार उनके साथ छेड़छाड़ करता हैं एवं उसकी बात नहीं मानने पर उनका उपस्थिति डॉ से कह कर कटवा देता है। इसके अलावा चिकित्सा प्रभारी पर अन्य डाक्टरों ने आरोप लगाया था कि वह उन्हें परेशान करता है जिस वजह से वह वहां ड्यूटी नहीं कर पाते हैं।
शनिवार को सीएस द्वारा गठित टीम से डॉ रेखा एवं डॉ आरपी दास बिरनी पहुंचे। जिस पर जांच टीम ने प्रभारी को हिदायत देते हुए कहा कि उपस्थिति पंजी किसी भी शर्त पर ऑफिस में रहेगा एवं बन्द पड़े सभी सीसीटीवी को जल्द से जल्द शुरू करें। अस्पताल परिसर में कोई भी निजी मेडिकल कर्मी नहीं दिखनी चाहिए
अस्पताल कर्मियों ने बताया कि निजी मेडिकल कर्मी आशीष दिनभर अस्पताल परिसर में जमा रहता है। रात में भी वह सीएचओ के कमरे में सोता है। वह रोगियों को निजी इलाज के लिए डॉ ताज के पास ले जाता है। हालांकि डॉ ताज ने कहा वह मेरा ड्राइवर है मेरा घर का काम करता है इस वजह से वह मेरा आवास में रहता है; परंतु जांच टीम ने निर्देश दिया कि वह लड़का किसी भी शर्त पर अस्पताल परिसर में नहीं दिखना चाहिए। यदि वह आपका ड्राइवर है तो आप दूसरा ड्राइवर रख लीजिए। यदि सीसीटीवी में वह दिखा तो आपकी परेशानी बढ़ जाएगी। इससे पहले की उसे यहां से हटा दें। उन्होंने थाना में जब अपनी गलती स्वीकार कर ली तो उसी समय उसे हटा देनी चाहिए थी।
कभी नहीं खुलता है प्रभारी का चेंबर:
जांच टीम के सामने बात आई कि चिकित्सा प्रभारी का चेम्बर न कभी खुलता है न आजतक उस चेंबर में चिकित्सा प्रभारी वहां बैठे हैं। उन्होंने अपना आवास को ही चेंबर एवं ऑफिस बना दिया है। किसी भी तरह के कागजात जमा एवं हस्ताक्षर करवाने के लिए स्टाफ को उनका आवास जाना पड़ता है। अपने आवास में उपस्थिति पंजी रखने की बात पर प्रभारी ने कहा कौन लेट आता है यह देखने के लिए वह पंजी अपने आवास में रखते हैं। जिसके जवाब में जांच टीम ने प्रभारी को स्पस्ट निर्देश दिया कि अस्पताल में लगे सीसीटीवी को जल्द से शुरू करें एवं उपस्थिति पंजी ऑफिस में रखा जाए। लेट आने वाले स्टाफ की निगरानी सीसीटीवी खुद करेगा।
अच्छे स्टाफ नहीं करना चाहते बिरनी में काम:
जांच टीम के सामने कांग्रेस नेता बासुदेव वर्मा ने कहा प्रभारी के व्यवहार से कोई भी अच्छा स्टाफ यहां काम नहीं करना चाहते हैं । डॉ ताज लंबे समय से यहाँ जमे हुए हैं जो कोई नया स्टाफ यहां आता हैं उसे परेशान किया जाता है और वह स्टाफ यहां से तबादला करवा लेता है। इससे पूर्व डॉ आफरीन, डॉ अंकुर,डॉ साकिब एवं डॉ कुलदीप तिर्की के अलावा अंजिली,तनुजा एवं रुबाना प्रवीण इनके व्यवहार से तंग आकर छोड़ कर चले गए।
जांच टीम बीच में छोड़ चले गए
लोगों को पता चला कि जिला से जांच टीम पहुंची है तो आसपास के लोग अपनी शिकायत को लेकर अस्पताल पहुंच गए। जांच टीम के पास लोग अपनी- अपनी शिकायत रखने लगे तो अस्पताल कर्मी आपस में ही उलझ गए। यह देख जांच कर्मी वहां से चले गए। कहा सीसीटीवी एवं अन्य व्यवस्था सुधारने का निर्देश दिया गया है। एक सप्ताह बाद दुबारा इसकी जांच की जाएगी अभी सीसीटीवी शुरू होने तक यह जांच अधूरा है। सीसीटीवी शुरू होते ही आधा जांच खुद पूरी हो जाएगी।