अबुआ आवास में जरीडीह मुखिया पति पर 20 हजार रिश्वत लेने का आरोप

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Last Updated on October 4, 2024 by Gopi Krishna Verma

जमुआ। शुक्रवार को जमुआ प्रखंड़ के जरीडीह पंचायत के मुखिया पति पर अबुआ आवास के नाम पर 20 हजार रिश्वत लेने का आरोप पंचायत के मंझलाडीह की शकुंतला देवी ने लगाई है।

इस बाबत शकुंतला देवी ने जमुआ बीडीओ और जमुआ प्रमुख को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है। महिलाओं के साथ भाकपा माले के कई सदस्य जमुआ प्रखंड कार्यालय जमुआ पहुंचे; परंतु बीडीओ से कार्यालय में भेंट नहीं हुई। दिए आवेदन में महिलाओं ने आरोप लगाया कि उनका कच्चा मकान है एवं प्रतीक्षा सूची के क्रमांक में सबसे ऊपर नाम है‌; लेकिन सम्पन्न लोगों से मोटी रकम लेकर मुखिया और पंचायत सचिव ने सम्पन्न लोगों को अबुआ आवास स्वीकृत किया है। आवेदक शकुंतला देवी का घर बरसात मे गिर गया और वह प्लास्टिक लगाकर रह रही है। अबुआ आवास दिलाने को लेकर मुखिया पति राजीव रंजन वर्मा ने 20हजार रूपया रिश्वत के तौर पर लिया है; परंतु अब तक आवास नहीं मिला।

इधर भाकपा माले जमुआ विधानसभा नेता अशोक पासवान ने जमुआ बीडीओ को अपने कार्यशैली में सुधार लाने की बात कही। कहा गरीबों के लिखित आवेदन पर भी कोई करवाई नहीं किया जा रहा है। यदि दुर्गा पूजा तक अबुआ आवास में गड़बड़ी करने वाले पर करवाई नहीं किया जाता है और कच्चा मकान वाले को आवास नहीं दिया जाता है तो भाकपा माले चरणबद्ध आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।

मौके पर प्रखंड कमिटी सदस्य भगीरथ पंडित, रामेश्वर ठाकुर, राजकुमार यादव, जितेंद्र यादव, रामचंद्र सिंह, शंकर यादव, राजेश दास, जीतेन्द्र सिंह, महेंद्र राय, ममता देवी, जमुनी देवी, रुक्मिणी देवी, ललिता देवी, शकुंतला देवी शामिल थी।

इस बाबत पर मुखिया पति राजीव रंजन वर्मा ने कहा की उनके ऊपर लगे सारे आरोप बेबुनियाद है। इधर जमुआ प्रंखड़ प्रमुख मिष्टू देवी ने कहा कि अबुआ आवास में मुखिया का कोई रोल नहीं सिर्फ ग्रामसभा की अध्यक्षता मुखिया या उपमुखिया कर सकते हैं। मुखिया को रिश्वत दिए जाने के मामले की सत्यता की जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता; लेकिन पंचायतों में ग्रामसभा जमीन पर नहीं हो पा रहा है। प्रचार-प्रसार कर ग्रामसभा का आयोजन किया जाना चाहिए।

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