माहुरी समाज के युग ऋषि समाज चिंतक 93 वर्षीय वनमाली राम भदानी का निधन
Last Updated on October 18, 2024 by Gopi Krishna Verma
माहुरी वैश्य नवयुवक समिति ने आयोजित किया श्रद्धांजलि सभा
बिरनी। शुक्रवार को माहुरी समाज के चिंतक वनमाली राम भदानी का निधन विगत 14 अक्टूबर को उनके निवास स्थान झुमरी तिलैया में हो गया था, जिसको लेकर माहुरी वैश्य नवयुवक समिति के द्वारा पुरे प्रदेश के साथ साथ बिरनी प्रखंड में भी श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
इस बीच नवयुवक समिति केंद्रीय अध्यक्ष संजीत तर्वे ने अपने संबोधन में कहा वनमाली बाबू का जन्म ब्रिटिश शासन काल में ही खरगडीहा में हुआ था। बाल्यावस्था से ही सामाजिक कार्यों से उनका लगाव रहा विपरीत परिस्थितियों में भी उन्होंने हार नहीं माने पुरे समाज को एकजुट करने के लिए दिन रात संघर्ष किए माहुरी समाज के द्वारा प्रत्येक मंडल में मां मथुरासिनी का पुजा प्रारंभ करवाना उनका ही सोच था ताकि समाज के सभी व्यक्ति एक साथ जुड़ सकें माहुरी वैश्य महामंडल का 110 वर्षों से ज्यादा का सफलतम इतिहास रहा है। जिसका स्थापना दिवस मनाना वनमाली बाबू के ही दुर दृष्टि का परिणाम है उम्र के इस पड़ाव में भी समाज के प्रति उनका लगाव और बढ़ता गया जब तक जिए समाज के लिए जिए उनके निधन से माहुरी समाज में जो खालीपन आया है उसे कभी भी पुरा नहीं किया जा सकता है उनके द्वारा दिए गए संदेश एवं किए गए कार्यों को समाज सदैव याद रखेगा। इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया इसी संदर्भ में माहुरी वैश्य नवयुवक समिति भरकट्टा मंडल के द्वारा वनमाली राम भदानी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर एवं मौन धारण कर श्रद्धांजलि दिया गया।
इस अवसर मंडल अध्यक्ष अजित चरण पहाड़ी,केंद्रीय उप संगठन मंत्री जितेंद्र सेठ, केंद्रीय संगठन मंत्री निर्णय लोहानी नवयुवक समिति अध्यक्ष राकेश तरवे, अमरजीत वैश्खियार , आनंद, नीतीश, शंभू, रितेश, प्रदीप, तरूण समेत कई लोग शामिल थे।