हमें दी गई संविधान की प्रतियों में ‘समाजवादी व धर्मनिरपेक्ष’ शब्द नहीं: अधीर रंजन
Last Updated on September 20, 2023 by Gopi Krishna Verma
19 सितंबर को पुराने से नए संसद भवन में जाने के दौरान सांसदों को सौंपी गई संविधान की प्रतियां
एक नज़र:
- कांग्रेस नेता अधीर रंजन का बड़ा आरोप, संविधान के प्रस्तावना से हटाई गई ‘ समाजवादी व धर्मनिरपेक्ष’ शब्द।
- संविधान के 42 वें संशोधन में 1976 में जोड़ें गए थे उक्त शब्द।
संविधान। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा संविधान की जो नई प्रतियां 19 सितंबर को उन्दीहें गईं उसकी प्रस्तावना में ‘समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष’ शब्द नहीं है। कहा वे जानते हैं कि यह शब्द साल 1976 में (आपातकाल के दौरान) संविधान के 42वें संशोधन के बाद जोड़े गए थे, लेकिन अगर आज कोई उन्हें संविधान देता है और उसमें ये शब्द नहीं हैं तो यह चिंता का विषय है।
चौधरी ने 20 सितंबर को यह दावा किया है। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने यह दावा किया। उन्होंने कहा, “सरकार की मंशा संदिग्ध है। यह बड़ी चतुराई से किया गया है। यह मेरे लिए चिंता का विषय है। मैंने इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की लेकिन मुझे इस मुद्दे को उठाने का मौका नहीं मिला।”