पानी की टंकी बनी शोभा की वस्तु, ग्रामीणों ने उपायुक्त को सौंपा आवेदन
Last Updated on February 14, 2025 by wpadmin
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बिरनी। गुरुवार को प्रखंड़ क्षेत्र के बाराडीह एवं मँझीलाडीह पंचायत के ग्रामीणों बबलू यादव एवं अशोक कुशवाहा की अगुवाई में जिला उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा को एक आवेदन दे कर विगत दो वर्षों से बंद पड़े पानी की टंकी को दोबारा चालू करवाने का आग्रह किया है।
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ज्ञात हो कि बाराडीह पंचायत अंतर्गत नावाघाट में 11.29 लाख की लागत से बनी पानी की टंकी पिछले 2 वर्षों से बन्द है। इसे लेकर बाराडीह एवं मंझिलाडीह के ग्रामीणों ने टंकी से पानी सप्लाई को पुनः चालू करवाने को लेकर सोमवार को बिरनी बीडीओ फणीश्वर रजवार को एक ज्ञापन सौंपा था; परंतु इस पर किसी भी प्रकार की पहल नहीं होता देख ग्रामीणों ने जिला उपायुक्त को भी इस समस्या से अवगत कराने का निर्णय लिया। इस पानी टंकी के भरोसे बाराडीह एवं मंझिलाडीह के लगभग दो हज़ार परिवार आश्रित हैं, जिन्हें पिछले दो वर्षों से इस गर्मी में पानी की मार झेलनी पड़ रही है । ग्रामीणों ने इसे लेकर कई बार विभाग के आला-अधिकारियों से इसकी लिखित शिकायत भी की; परन्तु अब तक चालू नही हो पाई।
ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग के अधिकारियों को कई बार लिखित आवेदन देकर नल से जल आपूर्ति करने की मांग की गई; परन्तु अधिकारियों ने सिर्फ आश्वासन दिया। ग्रामीणों ने बताया कि कई बार विभाग के अधिकारियों को अनिश्चितकालीन धरना को लेकर अल्टीमेटम दिया गया परन्तु अधिकारियों ने इसे दुरुस्त करने की बात कहकर धरना से वंचित रखा। ग्रामीणों ने बताया कि गर्मी व बरसात में पानी के लिए हाहाकार मच जाता है परन्तु विभाग आज भी सुध नही ले रहा है।
इस बीच बबलू यादव एवं अशोक कुशवाहा ने कहा कि अगर पानी की समस्या को हल करने के लिए पहल नहीं होता है तो आगामी रविवार 23 फरवरी से बराकर नदी किनारे स्थित पानी की टंकी के पास हजारों की संख्या में ग्रामीण अनिश्चित कालीन धरना पर बैठने के लिए मजबूर होंगे। इसकी सारी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की होगी।