स्कूलों, कोचिंग संस्थानों या किसी भी जगह पर छेड़छाड़ हो तो 1098 पर करें कॉल
Last Updated on November 6, 2023 by Gopi Krishna Verma
जिला बाल संरक्षण इकाई के नेतृत्व में बच्चों को बताया गया उनका अधिकार
गिरिडीह। सोमवार को जिला प्रशासन, समाज कल्याण, जिला बाल संरक्षण इकाई और जागो फाउंडेशन, गिरिडीह के संयुक्त तत्वाधान में बाल-विवाह, महिलाओं एवं बच्चों के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने के उद्देश्य से आदर्श + 2 उच्च विद्यालय चरघरा, जमुआ में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विद्यालय के लगभग 350 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक महेंद्र कुमार ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि बाल-विवाह बच्चों के लिए एक अभिशाप है। लोग बच्चों की पढ़ाई छुड़वाकर शादी करवा देते है जिससे बच्चों का भविष्य खराब होता है। किसी भी बच्चे का बाल-विवाह हो रहा हो तो मुझे सूचना दें। हम शिक्षक उस बाल-विवाह को रोकवाएंगे।
शोषण होने पर डरे नहीं, करें शिकायत:
जागो फाउंडेशन के सरोजीत कुमार द्वारा बाल-विवाह तथा उसे रोकने के लिए बने कानून, बच्चों के साथ होने वाले हिंसा व शोषण तथा पोक्सो कानून के बारे में विस्तार से जानकारी दिया गया। चर्चा के दौरान कहा गया कि बाल-विवाह कानून अपराध तथा सामाजिक विकास में बाधक है। कानून के अनुसार बाल-विवाह में शामिल दोषियों के लिए सजा एवं जुर्माना का प्रावधान किया गया है। बाल-विवाह एवं बाल शोषण को रोकने के लिए गांव स्तर से लेकर जिला स्तर तक बाल संरक्षण समिति का गठन किया गया है और पदाधिकारियों को भी नियुक्त किया गया है। बाल-विवाह रोकने के लिए सरकार द्वारा सावित्री बाई फूले बालिका समृद्धि योजना, स्पॉन्सरशिप, छात्रवृत्ति सहित कई योजनाएं चलाई जा रही है। बाल-विवाह, महिला एवं बच्चों के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए सभी लोगों को आगे आकर अपनी-अपनी भूमिका सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। बाल-विवाह एवं बाल शोषण को रोकने के लिए 112/1098 या 100 नंबर पर कॉल करें।कार्यक्रम में जागो फाउंडेशन के महेंद्र दास और दीपशिखा ने भी अपने विचारों को रखा।
कार्यक्रम के संचालन में इनका रहा योगदान:
कार्यक्रम को सुचारू रूप से संचालन करने में विद्यालय के शिक्षक रामदेव पासवान सिंह, श्रवण रविदास, विभूति भूषण, कुमारी स्वीटी, सोनिया पाणी, उदय कुमार यादव आदि का भूमिका महत्वपूर्ण रहा।