बाल- दिवस पर संघर्षशील बच्चियों को मिला सम्मान

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Last Updated on November 14, 2023 by Gopi Krishna Verma

डीसी ऑफिस में आयोजित कार्यक्रम में जिले भर से आईं थीं बेटियां

गिरिडीह। मंगलवार को उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी मंगलवार को नमन प्रियेश लकड़ा के निर्देशानुसार अपर समाहर्ता विल्सन भेंगरा की अध्यक्षता में बाल-दिवस के शुभ अवसर पर सुरक्षित बचपन खुशहाल जीवन अभियान के तहत एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

विदित हो की दिनांक 31.10.2023 से 14.11.2023 तक समाज कल्याण महिला बाल विकास एवम सामाजिक सुरक्षा विभाग रांची झारखंड के द्वारा बाल-विवाह महिला एवं बच्चों के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने के लिए जागरूकता अभियान जिले में लगातार किया गया। इसी क्रम में जिला समाज कल्याण गिरिडीह के द्वारा आज वैसे बच्चियों को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। जिसने बाल-विवाह, बाल हिंसा एवं बाल तस्करी के खिलाफ़ लड़ाई लड़ी। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विल्सन भेंगरा ने बच्चियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के मोबाइल युग में मोबाइल का सकारात्मक प्रयोग किया जाना बच्चों के लिए हितकर होगा। बच्चे किसी भी प्रकार से शोषित होते हो तो इसकी सूचना तुरंत अपने माता-पिता एवं शिक्षक अथवा आपके हित में सोचने वाले को दें।

बेटियों को आगे बढ़ाने में परिवार भी अवरोधक: मुख्य अथिति प्रशिक्षु IAS कुमारी दीपेश ने कहा कि बेटियों को आगे बढ़ने में समाज के साथ-साथ परिवार भी अवरोधक हो सकते हैं। परंतु अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अल्का हेंब्रम ने कहा कि इस पंद्रह दिवसीय अभियान के दौरान बाल-विवाह, महिला एवं बच्चों के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने के लिए जिले भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।

बच्चियों को बाल श्रम से कराया मुक्त: जीतू कुमार: जिला सूचना एवं जन संपर्क पदाधिकारी रश्मि सिन्हा ने कार्यक्रम में उपस्थित बच्चियों के हौसला अफजाई की। वहीं जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी जीतू कुमार ने कार्यक्रम विषय प्रवेश कराते हुए आज के कार्यक्रम के मुख्य उद्शेयों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जिले भर में बाल संरक्षण के कार्यक्रम को सफलतापूर्वक चलाया जा रहा है। आज के इस कार्यक्रम में सुदूरवर्ती ब्लॉक तिसरी एवं गावां की बच्चियां भी उपस्थित रहीं। जो बाल-श्रम ढिबरा चुनने से मुक्त करवा कर शिक्षा से जोड़ा गया है। उनकी पढ़ाई-लिखाई अवरुद्ध न हो इसके लिए बाल संरक्षण के द्वारा उन्हें स्पॉन्सरशिप योजना से जोड़ा गया है। कार्यक्रम पर चर्चा करते हुए विधि सह प्रोबेशन पदाधिकारी अहमद अली ने कहा कि बाल-विवाह रोकथाम व बाल तस्करी के खिलाफ़ जिला बाल संरक्षण की इस मुहिम में विभिन्न गैर सरकारी संगठनों, जागो फाउंडेशन, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन एवम बनवासी विकाश आश्रम, की मुख्य भूमिका प्रशंसनीय है। इन सभी के सहयोग से बाल विवाह के आंकड़ों में कमियां आई है। आशा है की इन संगठनों का आगे भी सहयोग मिलता रहेगा।

निम्न लोगों कि रही उपस्थित: कार्यक्रम में प्रशिक्षु IAS कुमारी दीपेश, कार्यपालक दंडाधिकारी, सुदेश कुमार, जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अल्का हेंब्रम, जिला शिक्षा कार्यलय से बालिका शिक्षा प्रभारी रानू बोस व शिवली मुखर्जी, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी जीतू कुमार, विधि सह प्रोबेशन पदाधिकारी अहमद अली, संरक्षण पदाधिकारी संस्थागत श्यामा प्रसाद और कामेश्वर कुमार, परामर्शी नीलम कुमारी, सामाजिक कार्यकर्ता रविन्द्र कुमार सिन्हा, बाल संरक्षण से शोभा कुमारी जिला योजना सम्यक xiss unicef गणोरी विश्वकर्मा, बाल कल्याण समिति की अध्यक्षत पूजा सिन्हा, सदस्य सुनीता प्रसाद व अन्य के अलावा जिला समन्वयक नीति आयोग अंजली बीन सिकंदर के अलावे बनवासी विकाश आश्रम से सुरेश शक्ति, जागो फाउंडेशन से सरोजित कुमार, विरेन्द्र वर्मा, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन से सुरेश पंडित, चाइल्डलाइन से मुकेश कुमार, नरेश कुमार यादव, पीएलवी कामेश्वर कुमार, जिलानी बानो एवं विभिन्न प्रखंडों से आई बालिकाएं उपस्थित थे।

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