जमुआ: निबंधन पदाधिकारी पर दो लाख रुपए मांगने का आरोप, पैसे नहीं देने पर रजिस्ट्री रोकी

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Last Updated on November 22, 2023 by Gopi Krishna Verma

मामला धनवार प्रमुख गौतम सिंह से संबंधित

जमुआ। जमुआ निबंधन पदाधिकारी दीपिका कुमारी पर जमीन निबंधन के आलोक में दो लाख रुपए रिश्वत मांगने का गंभीर आरोप लगा है। सूत्रों के अनुसार धनवार प्रमुख गौतम सिंह जमुआ अंचल क्षेत्र के ग्राम नावा शेर में दो एकड़ 89 डिसमिल जमीन निबंधन करवाने मंगलवार को जमुआ निबंधन कार्यालय पहुंचे थे। उन्होंने जमीन निबंधन हेतु सारा कागजात को तैयार कर दाखिल किया।

निबंधन कार्यालय में पदस्थापित एक कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा दस्तावेज अवलोकन कर धनवार प्रमुख गौतम सिंह से जमीन निबंधन करवाने के नाम पर दो लाख रुपये का डिमांड किया गया। इसपर श्री सिंह द्वारा पूछा गया कि इतने पैसे तो रजिस्ट्री में नहीं लगता है। तब ऑपरेटर द्वारा बताया कि रजिस्टार मैडम ने कहा कि उनके पेपर में कुछ कमी है जिसके लिए रिश्वत के रूप में दो लाख रुपया देने पर ही रजिस्ट्री होगा अन्यथा नहीं।

इसपर धनवार के प्रमुख गौतम सिंह ने कहा कि जब उनके साथ निबंधन कार्यालय में ऐसा सलूक किया जाता है तो आम आदमी के साथ कैसा सलूक किया जाता होगा। प्रमुख ने कहा कि वे धरने पर निबंधन कार्यालय के समक्ष बैठते हैं।

मौके पर पहुंचे जमुआ प्रमुख प्रतिनिधि संजीत यादव ने कहा कि निबंधन कार्यालय लूट का अड्डा बन गया है। लुटेरे कर्मियों को खदेड़ा जाएगा। कहा कि अब बात से काम नहीं चलने वाला। इनलोगों को सबक सिखलाना पड़ेगा। प्रमुख प्रतिनिधि का गुस्सा देख निबंधन कार्यालय में मौजूद कर्मी डर से बगलें झांकने लगे। कुछ इधर-उधर भाग खड़े हुए। यह सुन निबंधक दफ्तर से निकलकर फरार हो गई।

घटना की खबर पाकर जमुआ प्रमुख प्रतिनिधि संजीत यादव, बीस सूत्री अध्यक्ष जुनैद आलम, उप प्रमुख रब्बुल हसन रब्बानी, बीस सूत्री सदस्य सच्चिदानंद सिंह, व्यवसायी दिनेश गुप्ता, भाजपा किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष परमेश्वर यादव सहित कई लोग थे।

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