अभाविप ने मनाई महान वैज्ञानिक सर जेसी बोस की पुण्यतिथि
Last Updated on November 23, 2023 by Gopi Krishna Verma
गिरिडीह में ही ली थी उन्होंने अंतिम सांस
गिरिडीह। अभाविप गिरिडीह के द्वारा महान वैज्ञानिक सर जेसी बोस की पुण्यतिथि मनाई गई। इस दौरान झंडा मैदान मोड़ व विज्ञान भवन मोड़ स्थित प्रतिमा पर पुष्प अर्पित एवं माल्यार्पण की गई।
अभाविप के वक्ताओं ने कहा महान वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बोस का नाता हमारे गिरिडीह से गहरा रहा है। अपने जीवन का अंतिम सांस उन्होंने गिरिडीह की ही भूमि पर लिया। उनका आज भी गिरिडीह में मकान है, जिस मकान में उन्होंने अंतिम सांस लिया था। उनके मकान में आज भी उनकी वह तिजोरी मौजूद है, जिसे आज तक खोला नहीं गया है। जेसी बोस के मकान को अब विज्ञान भवन बना दिया गया है। इसी में वो तिजोरी रखी है। दो बार इसे खोलने का कार्यक्रम जिला प्रशासन ने निर्धारित किया, लेकिन दोनों बार मिसाइल मैन और देश के प्रसिद्ध वैज्ञानिक व उस समय के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम आजाद साहब नहीं आ सके। नतीजन तिजोरी का रहस्य आज तक बरकरार है।
गिरिडीह सहित पूरे देश और दुनिया के लोग आज भी जानने को उत्सुक हैं कि आखिर तिजोरी में बॉस की क्या निशानी होगी क्या शोध होंगे। कोई वैसी भी निशानियां होगी और जानकारियां होंगी जिससे दुनिया को नई दिशा मिलती। मगर तकलीफ की बात है कि जिला प्रशासन के साथ ही यहां के चुने हुए तमाम जनप्रतिनिधियों की लापरवाही का परिणाम है कि यह अलमारी अभी तक खुल नहीं पाया है। तकलीफ ओर तब बढ़ जाती है जब आज यहां के लोग इनके बारे में जानते तक नहीं हैं। जरूरत है प्रशासन और यहां के बुद्धिजीवी वर्ग और तमाम जनप्रतिनिधि राजनीतिक दल के नेता लोगों को इस ओर अपना ध्यान देने की।
मौके पर पूर्व कार्यकर्ता सह बीवीयू सिंडीकेट सदस्य रंजीत राय, प्रदेश सोशल मीडिया सह प्रमुख आशीष सिंह, नगर मंत्री उज्जवल तिवारी, सह मंत्री मंटू मुर्मू, रोहित बरनवाल, कॉलेज मंत्री नीरज चौधरी, कॉलेज उपाध्यक्ष विकाश वर्मा, संध्या मिश्रा, अनिता कुमारी, सुधा कुमारी, रोशन चंद्रवंशी,किरण टुडु, पृथ्वी कुमार, शशि रजक, रितेश सिंह, मनीषा टुडु, ललिता टुडु, सज्जन लाल मिश्र, सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।