पहले रोया किताब का रोना, अब बेच रहे कबाड़ी में
Last Updated on January 11, 2024 by Gopi Krishna Verma
मामला जिले के बिरनी प्रखंड़ के उत्क्रमित उच्च विद्यालय बाघानाल का
बिरनी। प्रखंड़ के उत्क्रमित उच्च विद्यालय बाघानाल में मे बच्चों के बीच बांटें जाने वाले किताब को प्रधानाध्यापक द्वारा देर रात को विद्यालय से बेचे जाने का मामला प्रकाश मे आया है।
टेम्पू ड्राइवर ने जानकारी देते हुए कहा विद्यालय के प्रधानाध्यापक शम्भू गुप्ता ने रविवार देर शाम को फोन कर कहा कि कुछ पटरा है जिसे ले जाना है। जब टेंपू विद्यालय पहुंचा तो कमरा खोल कर कहा यह किताब लोड करो। जिसके बाद ड्राइवर ने किताब लोड करने से मना कर दिया कहा आपने पटरा ले जाने की बात कह कर बुलाया था अब किताब लोड कर रहे हैं वह भी किताब नया है। किताब का पैकेट खुला तक नहीं है मैं यह नहीं ले जाऊंगा। जिसके बाद प्रधानाचार्या ने कहा भाड़ा से चारगुना पैसा देंगे और ज्यादा दूर भी नहीं ले जाना है।
बाद में विद्यालय के अध्यक्ष लालमोहन राय आए एवं उन्होंने आस्वस्त किया कि कुछ नहीं होगा। कल जांच टीम आ रही है इसी वजह से इस किताब को विद्यालय से साइड कर करे हैं। विद्यालय के ही एक शिक्षक के यहां किताब रखना है। किताब बेच नहीं रहे हैं। जिसके बाद किताब के पैकेट को टैंपू में लोड करने लगा। किताब लोड कर स्कूल से निकलने ही वाला था कि ग्रामीण आ गए एवं पूछताछ करने लगे। घटना की सुचना स्थानीय मुखिया अभय राय एवं बिरनी थाना प्रभारी मृत्युनंजय सिंह को भी दिया गया। सूचना पर मुखिया एवं थाना प्रभारी ने विद्यालय परिसर में पहुंचकर बेचने के लिए ले जा रहे किताब को टेम्पू समेत कब्जा मे ले लिया।
इधर वार्ड सदस्य टिंकु राय, ग्रामीण रघुनंदन यादव, कुलदीप चौधरी, नारायण साव समेत अन्य ग्रामीणों ने कहा की प्रधानाध्यापक द्वारा एक साजिश के तहत बच्चों को मिलने वाले किताब को बेचने की योजना बनाया था परन्तु ग्रामीणों ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया। कहा की विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं अन्य सहयोगियों पर अतिशीघ्र कार्रवाई हो अन्यथा ग्रामीण उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
क्या कहते हैं थाना प्रभारी: थाना प्रभारी मृत्युंजय सिंह ने कहा की टेम्पू मे किताब लोड कर देर रात को बेचने की सुचना ग्रामीणों ने दिया था। स्थल पर जाकर जाँच किया तो मामला सत्य पाया। बाद में ग्रामीणों की उपस्थिति में किताब को टेम्पू से उतार कर विद्यालय में रखवा दिया । यह कैसा किताब था और रात को कहां ले जाया जा रहा था यह जाँच का विषय है ।
बीपीओ के कहने पर किताब दूसरे जगह ले जा रहा था: प्रधानाध्यापक:
इधर प्रधानाध्यापक शम्भू गुप्ता ने कहा की शिक्षा विभाग के बीपीओ ने कहा था किताब को विद्यालय से फिलहाल हटा दें। केंद्रीय टीम की जांच आनी थी जिस वजह से इसे विद्यालय से हटाया जा रहा था। हालांकि इस मामले को लेकर पूछे जाने पर बीपीओ मुकेश कुमार से पूछने पर उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।