केंद्र के इशारे पर ईडी ने फर्जी मुकदमे में हेमंत सोरेन को फंसाया: संजय सिंह

0

Last Updated on February 17, 2024 by Gopi Krishna Verma

18 फरवरी से ज़िला के सभी प्रखंड़ों के किसी एक पंचायत से पदयात्रा या न्याय यात्रा की होगी शुरुआत

जेएमएम के बैठक में उपस्थित नेता व कार्यकर्ता

गिरिडीह। शनिवार को गिरिडीह झामुमों ज़िला कार्यालय गिरिडीह में ज़िला समिति एवं सभी प्रखंड़ के अध्यक्ष, सचिव की ऑनलाइन बैठक(वर्चुअल) केंद्रीय समिति के महासचिव विनोद पांडेय के साथ किया गया।

बैठक में केंद्रीय समिति के द्वारा निर्देश दिए गए कि 18 फरवरी से ज़िला के सभी प्रखंड़ों के किसी एक पंचायत से पदयात्रा या न्याय यात्रा की शुरुआत करनी है, जो प्रतिदिन एक-एक पंचयात में जाकर पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के साथ किए गए साज़िश और षड्यंत्र का पर्दाफाश करेंगे। साथ ही 4 मार्च को आहुत 5 वें स्थापना दिवस सह आक्रोश दिवस में ज्यादा-से-ज्यादा लोगों को झंडा मैदान गिरिडीह पंहुचने हेतु आमंत्रित करेंगे।

वहीं बताया गया कि पदयात्रा सह न्याय यात्रा सभी शहरी क्षेत्र के सभी वार्डो में भी भ्रमण करेगा। साथ ही कार्यकर्ता पदयात्रा के दौरान पंचायत में दीवाल लेखन भी करेंगे। इधर स्थापना दिवस सह आक्रोश दिवस में ज्यादा-से-ज्यादा लोगों की भागीदारी हो ये सुनिश्चित करेंगे।

पदयात्रा सह न्याय यात्रा एवं 51वें स्थापना दिवस की तैयारी हेतु बैठक कर कार्यक्रम सफल बनाने हेतु निर्देश दिया गया।

बैठक की अध्यक्षता ज़िला अध्यक्ष संजय सिंह ने किया।बैठक को संबोधित करते हुए ज़िला अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार के इशारे पर ईडी ने एक फर्जी मुकदमे में है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर जेल में रखा है।

कार्यकर्ता पदयात्रा के माध्यम से गांव-गांव जाकर इस साजिश का पर्दाफाश करेंगे। साथी ही स्थापना दिवस में ज्यादा-से-ज्यादा समर्थक दिन के 02 बजे तक झंडा मैदान पहुंचेंगे।

04 मार्च को झंडा मैदान से पूरे झारखंड को एक संदेश जाय कि झारखंड की जनता केंद्र सरकार और बीजेपी की साज़िश का जबाब देने को आतुर है। बैठक में ये भी निर्णय लिया गया कि 20 फरवरी को राज्य के मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन का आगमन होने जा रहा। जिसमें संगठन के कार्यकर्ता की भी भागीदारी हो। साथी ही ज़िला समिति एक ज्ञापन देगी जिसमें गिरिडीह ज़िला के देवरी, गांडेय, तिसरी और पीरटांड़ के मधुबन में सैकड़ों एकड़ गैरमजरूआ ज़मीन, वन भूमि, सीएनटी से आच्छादित भुदान की ज़मीन को फर्जी तरीके से फर्जी कागजातों के आधार पर खरीद-बिक्री की गई है। इस संबंध में तत्कालीन उपायुक्त वंदना दादेल ने सरकार से निगरानी से जांच हेतु लिखा था। इधर एफआईआर दर्ज हुई; लेकिन इस जांच में कोई कारवाई नहीं हुई। ज़िला समिति मुख्यमंत्री से इस जमीन घोटाले के जांच की मांग करेगी। साथ ही गिरिडीह ज़िला में हुए ज़मीन घोटाले की जांच हेतु एसआईटी गठन कर जांच हो।

क्योंकि 8.5एकड़ जमीन के फर्जी मुकदमे में राज्य के मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी होती है और सैकड़ों एकड़ जमीन घोटाले के लोग आज घूम रहे है। इधर झामुमों ईडी से भी इसकी जांच की मांग करता है।

मौके पर बैठक में ज़िला उपाध्यक्ष सह केंद्रीय समिति सदस्य अजीत कुमार पप्पू, हीरालाल महतो, गीता हाजरा, शाहनवाज़ अंसारी, सुमन सिन्हा, देव राज, चांद राशिद अंसारी, नुनुराम किस्कू, दिलीप मंडल, कौलेश्वर सोरेन, दिलीप रजक, राकेश सिंह रॉकी, राकेश रंजन, प्रमिला मेहरा, भैरव वर्मा, अनवर अंसारी, युवराज़ महतो, बिरजू मरांडी, राधेश्याम मोदक, चीना खान, ओमप्रकाश महतो, अनील चौधरी, जाहिद अंसारी, साकिर, सिकंदर अंसारी, किशोर वर्मा, रवि वर्मा, योगेंद्र सिंह, टुन्ना सिंह, रामजी यादव, मजीद अंसारी, राजू अंसारी, कमरुद्दीन अंसारी, नुरुल होदा, मदन मुर्मू, दिलीप मुर्मू, मंझो सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे।

About Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *