मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गिरिडीह के चार सहित राज्य भर के 80 स्कूल ऑफ एक्सीलेंस (उत्कृष्ट विद्यालय)का किया लोकार्पण
Last Updated on May 2, 2023 by dahadindia
● अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित क्लास रूम डिजिटल बोर्ड, प्रैक्टिकल क्लास रूम, प्ले ग्राउंड, पार्किंग व्यवस्था से सुसज्जित बनाया गया उत्कृष्ट विद्यालय। इसमें गार्ड से लेकर प्रिंसिपल तक सभी को ट्रेनिंग दी जाएगी: मुख्यमंत्री
रांची/गिरिडीह। मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गिरिडीह के चार सहित राज्य भर के 80 स्कूल ऑफ एक्सीलेंस (उत्कृष्ट विद्यालय) का लोकार्पण किया। जिसमें गिरिडीह जिले के 04 विद्यालय क्रमश:
1.उत्क्रमित प्लस टू सर जेसी बोस बालिका उच्च विद्यालय, गिरिडीह
2.उत्क्रमित उच्च विद्यालय पचंबा
3.कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय तथा
4.मॉडल स्कूल, डुमरी शामिल हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित क्लास रूम डिजिटल बोर्ड, प्रैक्टिकल क्लास रूम, प्ले ग्राउंड, पार्किंग व्यवस्था से सुसज्जित उत्कृष्ट विद्यालय बनाया गया है। इसमें गार्ड से लेकर प्रिंसिपल तक सभी को ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया जायेगा। जहां अंग्रेजी मीडियम के स्कूल की तर्ज पर बच्चों को शिक्षा एवं वातावरण मिलेगा। सीएम ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के विकास के कार्य योजनाएं बनायी है। गांव मजबूत होगा, तो शहर और राज्य मजबूत होगा। इसलिए गांव को मजबूत करना बहुत जरूरी है।
सीएम से संवाद में डीसी ने कहा गिरिडीह में क्वालिटी ऑफ इजुकेशन का रखा जाएगा विशेष ख्याल:
उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री ने उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा से संवाद स्थापित किया। उपायुक्त ने मुख्यमंत्री से कहा कि आधारभूत चरण चुनाव में प्रगति एवं बढ़ोतरी तो आई है जिससे नया ऊर्जा का संचार हुआ है। कहा कि हमलोग कृत संकल्पित हैं कि क्वालिटी ऑफ एजुकेशन और स्कूल ऑफ एक्सीलेंस का प्रथम मॉडल विद्यालयों का जो उद्देश्य है उसमें गिरीडीह जिला बेहतर करने का प्रयास करेगा। गिरिडीह जिला बेहतर शिक्षा तथा बेहतर रिजल्ट देने के लिए कृत संकल्पित है। उपायुक्त ने इस कार्य के लिए मुख्यमंत्री तथा सभी विभागीय अधिकारियों का आभार व्यक्त किया। इसके अलावा उपायुक्त ने लाइब्रेरी एवं आईटीसी लैब का उद्घाटन किया। साथ ही 4 विद्यालयों में होने वाले नामांकन की प्रक्रिया का उद्घाटन किया।
सीबीएसई से मान्यता प्राप्त विद्यालयों में होगी इंग्लिश मेडियम से पढ़ाई:
बताते चलें कि इन सभी विद्यालयों का सीबीएसई बोर्ड से संलग्नता हो चुका है, जहां अंग्रेजी मीडियम में बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। इन स्कूलों में डिजिटल क्लासरूम, डिजिटल बोर्ड, प्रैक्टिकल क्लास रूम, प्ले ग्राउंड, साइंस लैब, पार्किंग सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। झारखण्ड राज्य के सरकारी विद्यालयों को गुणवत्ता के मानक में उत्कृष्ट बनाने हेतु आदर्श विद्यालय योजना की परिकल्पना की गई है। राज्य के 80 विद्यालयों को जिला स्तर पर उत्कृष्ट विद्यालय (School of Excellence) के रूप में विकसित की गई है। आदर्श विद्यालय की परिकल्पना के चार स्तम्भः
1.विद्यार्थियों का अधिगम प्रतिफल
2.शिक्षकों का नेतृत्व एवं क्षमता विकास
3.सामुदायिक सहभागिता
4.बाल-प्रिय आधारभूत संरचना