चंडीगढ़ में आप का बना मेयर, इंडिया गठबंधन जीता, संविधान और लोकतंत्र की हुई जीत: शर्मा
Last Updated on February 20, 2024 by Gopi Krishna Verma
गिरिडीह। चंडीगढ़ मेयर का चुनाव पूरे भारत में पिछले कई दिनों से चर्चा में रहा। किस तरह से पीठासीन पदाधिकारी ने इंडिया गठबंधन के पक्ष वाले वोट को रद्द कर भाजपा का मेयर बना दिया था। पूरा देशवासी यह देखकर हैरान रह गया। विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र कहा जाने वाला देश भारत में जब इसका वीडियो वायरल हुआ तो सभी लोग देखकर हैरान रह गए।
मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने भारत का संविधान और लोकतंत्र बचा लिया। पीठासीन पदाधिकारी ने जो आठ वोट रद्द कर दिया था, उसको इंडिया गठबंधन के पक्ष में गिना गया और आम आदमी पार्टी का मेयर को विजयी घोषित किया गया।
आम आदमी पार्टी के झारखंड़ प्रदेश प्रवक्ता कृष्ण मुरारी शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद देते हुए कहा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने भारत का संविधान और लोकतंत्र को बचाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि देश में किस तरह से विपक्षी नेताओं को भ्रष्ट बताकर ईडी का डंडा चलाया जा रहा है और फिर उन नेताओं को अपने पाले में लाकर सरकारें बनाई जा रही है। यह देश की जनता से छुपा हुआ नहीं है। चंडीगढ़ में इंडिया गठबंधन और आप उम्मीदवार कुलदीप कुमार के पक्ष में 20 वोट और भाजपा के पक्ष में 16 वोट थे। बावजूद इंडिया गठबंधन का आठ वोट रद्द कर भाजपा के मनोज सोनकर को पीठासीन पदाधिकारी अनील मसीह ने विजयी घोषित कर दिया था।
सुप्रीम कोर्ट ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताया था। सुप्रीम कोर्ट ने पीठासीन पदाधिकारी अनील मसीह पर कठोर कानूनी कार्रवाई का आदेश दिया है। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से पूरे देश में खुशी की लहर है।