केरल के वायनाड यूनिवर्सिटी छात्र के आत्महत्या पर मजबूर के विरोध में एबीवीपी का विरोध प्रदर्शन
Last Updated on March 12, 2024 by Gopi Krishna Verma
गिरिडीह। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गिरिडीह ने टावर चौक गिरिडीह पर केरल में एसएफआई से जुड़े अपराधियों द्वारा केरल के वायनाड में स्थित केरल वेटनरी एंड एनिमल साइंस यूनिवर्सिटी के द्वितीय वर्ष के छात्र जेएस सिद्धार्थन को बुरी तरह प्रताड़ित, मारपीट कर आत्महत्या को मजबूर करने के मामले में प्रदर्शन करते हुए घटना की शीघ्र जांच पूर्ण कर आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
केरल के शैक्षणिक संस्थानों में सत्ताधारी पार्टी सीपीएम के संरक्षण में उसके छात्र संगठन स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) से जुड़े अपराधियों द्वारा लगातार हिंसा, भ्रष्टाचार, छेड़खानी की घटनाओं में कार्रवाई से पीछे हटने की विफलता पर एबीवीपी ने केरल सरकार की कड़ी निन्दा तथा भर्त्सना की है।
उल्लेखनीय है कि केरल वेटनरी एंड एनिमल साइंस यूनिवर्सिटी के द्वितीय वर्ष के छात्र जेएस सिद्धार्थन का 18 फरवरी को वायनाड कैंपस हॉस्टल के बाथरूम में शव मिला था। जांच में सामने आया है कि जेएस सिद्धार्थन के साथ एसएफआई से जुड़े अपराधियों ने केबल तार, बेल्ट से हमला कर बुरी तरह मारपीट की तथा उक्त छात्र को छात्रावास में नंगा कर परेड कराई।
उक्त जघन्यतम घटना के बाद 18 फरवरी को जेएस सिद्धार्थन का शव हॉस्टल बाथरूम में लटकता हुआ मिला था। घटना के बाद से ही केरल में एबीवीपी की विभिन्न इकाइयों द्वारा न्याय की मांग तथा एसएफआई के गुंडों-अपराधियों की लगातार अपराध संलिप्तता को रोकने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है।
एबीवीपी झारखंड के प्रदेश सह सोशल मीडिया संयोजक आशीष कुमार ने कहा कि वामपंथी छात्र संगठन एसएफआई का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। केरल के शैक्षणिक परिसर सीपीएम संरक्षित अपराधियों की हिंसक गतिविधियों का अड्डा बन गए हैं। केरल में सिद्धार्थन के साथ एसएफआई से जुड़े अपराधियों द्वारा जघन्य रैगिंग के परिणामस्वरूप आत्महत्या मामले ने एसएफआई तथा वामपंथी छात्र संगठनों से शैक्षणिक संस्थानों को खतरे को पुनः उजागर कर दिया है। केरल के शैक्षणिक परिसरों में हो रहे आपराधिक कृत्यों में संलिप्तता से एसएफआई का हिंसक इतिहास पुनर्रेखांकित हो रहा है। आम विद्यार्थी इन वामपंथी गुंडों को कड़ा जवाब देंगे। विद्यार्थी परिषद, शैक्षणिक संस्थानों में ऐसे आपराधिक गतिविधियों का कड़ा विरोध करेगी।
प्रदेश जनजाति सह प्रमुख मंटू मुर्मू ने कहा कि, एबीवीपी देश भर के अलग-अलग शैक्षणिक परिसरों में केरल के छात्र जेएस सिद्धार्थन की आत्महत्या के विरुद्ध आवाज उठा कर न्याय की मॉंग कर रही है। यह घटना अत्यंत शर्मनाक तथा दुर्भाग्यपूर्ण है। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के गुंडे लगातार अपनी हिंसात्मक गतिविधियों से शैक्षणिक परिसरों के स्वच्छ और स्वस्थ माहौल को दूषित करने का काम कर रहे हैं। केरल सरकार के संरक्षण में एसएफआई शैक्षणिक परिसरों में लोकतंत्र को खत्म करके अराजकता एवं गुंडागर्दी के माहौल को बढ़ावा दे रही है। एबीवीपी मॉंग करती है कि सिद्धार्थन के परिजनों को शीघ्र न्याय मिले तथा एसएफआई के गुंडों पर लगाम लगाने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाए। मौके पर प्रदेश कार्यकारी विशाखा कुमारी बबलू यादव , कॉलेज मंत्री नीरज चौधरी , कॉलेज उपाध्यक्ष नितेश तिवारी, विकाश वर्मा, पवन हांसदा, गुलशन यादव , शुभम तंती, सुमन कुमार राय, विवेक कुमार राय,राजेंदर राणा, आशीष यादव आदि कार्यकर्ता मौजूद थे