केशोडीह पंचायत भवन में आधार सेवाओं पर मनमानी वसूली, ग्रामीणों में आक्रोश
Last Updated on January 3, 2025 by Gopi Krishna Verma
बिरनी। प्रखंड क्षेत्र के केशोडीह पंचायत भवन में आधार कार्ड अपडेट और नए कार्ड बनवाने के नाम पर अवैध वसूली के गंभीर आरोप सामने आए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि यहां आधार सेवाओं के लिए निर्धारित शुल्क से अधिक पैसे मांगे जा रहे हैं, जो नियमों के खिलाफ है।
ग्राम सिरमाडीह निवासी राजेश साव ने बताया कि उन्होंने अपने 12 वर्षीय पुत्र का फिंगरप्रिंट अपडेट कराने के लिए पंचायत भवन स्थित सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) का रुख किया। यहां मौजूद संचालक पिंटू कुमार उर्फ किशोर कुमार भारती ने काम के बदले 200 रुपये मांगे। विनती करने के बावजूद संचालक ने रियायत नहीं दी, जिससे उन्हें मजबूरी में पैसे देने पड़े। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि बच्चों के नए आधार कार्ड, जिन्हें निशुल्क बनाना चाहिए, फिर भी सीएससी संचालक हर एक आधार कार्ड अपडेट पर 200 से 250 रुपये तक वसूल रहे हैं। वहीं कुछ लोगों ने बताया कि आधार कार्ड में जन्मतिथि सुधार कराने वालों से तथाकथित रूप से 2000 रुपये तक की चार्ज की जाती है।
बताया जा रहा है कि संचालक फर्जी जन्म प्रमाण पत्र का इस्तेमाल कर जन्मतिथि सुधार कर रहे हैं।जब सीएससी संचालक पिंटू कुमार से इस संबंध में सवाल किया गया, तो उन्होंने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा, “यदि किसी के पास सबूत है तो वह पेश करें।”ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कर अवैध वसूली पर रोक लगाई जाए। इसके साथ ही दोषी पाए जाने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
आधार कार्ड सेवाएं भारत सरकार द्वारा आम जनता को निशुल्क या न्यूनतम शुल्क पर प्रदान की जाती हैं। ऐसे में इस प्रकार की अवैध वसूली न केवल भ्रष्टाचार को बढ़ावा देती है, बल्कि गरीब और जरूरतमंदों पर आर्थिक बोझ भी डालती है। ग्रामीणों ने आधार अथॉरिटी और जिला प्रशासन से तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की है। यह घटना नागरिक सेवाओं के संचालन में पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी को उजागर करती है।