कोर्ट के आदेश के बाद भी वादी पक्ष ने नहीं किया विद्यालय खाली, पीड़ित ने उपायुक्त से लगाया न्याय की गुहार

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Last Updated on July 29, 2024 by Gopi Krishna Verma

बिरनी। प्रखंड मुख्यालय से महज कुछ सौ मीटर की दूरी पर स्थित बहुचर्चित लखिया देवी मॉडर्न पब्लिक स्कूल विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।

पीड़ित विद्यालय के प्राचार्य अभिषेक कुमार ने जिला उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा को दिए एक आवेदन में कहा है कि बीते लॉकडाउन में चंदन राम वगैरह और उनके परिजनों ने बाईजरन उनके विद्यालय लखिया देवी मॉडर्न पब्लिक स्कूल सिमराढाब में कब्जा जमा लिया। जिसके खिलाफ उनके द्वारा झारखंड उच्च न्यायालय में दायर याचिका डबल्यू पी सी 1586/21 के तहत जिला उपायुक्त सह दंडाधिकारी गिरिडीह के पत्रांक संख्या 803/24 के द्वारा उनलोगों को अविलंब विद्यालय को खाली करने का आदेश दिया; परंतु प्रखंड पदाधिकारियों की मिली भगत से आज तक उनके विद्यालय के पांच कमरों को खाली नहीं किया जा सका है। ऊपर से साज़िशन षड़यंत्र रच कर आरोपी चंदन राम वगैरह ने हल्का कर्मचारी इंद्रदेव पंडित से गलत रिपोर्ट बनवा कर एक जर्जर मकान का फोटो संलग्न करके अपने आपको बेघर दिखाते हुए अंचलाधिकारी बिरनी को रिपोर्ट किया गया कि चंदन राम वगैरह बेघर हैं, आवास की समस्या को देखते हुए विद्यालय को फिलहाल खाली नहीं करवाया जाए; परंतु चंदन राम का गांव में चहारदीवारी किया हुआ एक बड़ा-सा पक्का मकान है। उनकी मां ममता रानी को ग्राम सिमराढाब आवास सूची क्रमांक संख्या 03 में ही पीएम आवास प्रदान किया जा चुका है। महेंद्र राम का भी एक बड़ा सा पक्का मकान है और केदार राम की पत्नी किशोरी देवी आवास क्रमांक संख्या 57 में पीएम आवास मिल चुका है। बावजूद भी उक्त आरोपी जबरन षडयंत्र के तहत विद्यालय के पांच कमरों पर कब्जा जमाए हुए हैं, जिसे उनलोगों से मुक्त करवाया जाए ताकि विद्यालय में अध्यनरत बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ न हो।

जब उक्त मामले में हल्का कर्मचारी इंद्रदेव पंडित से दूरभाष पर बात किया तो उन्होंने कहा कि इस मामले में उससे बेहतर अंचलाधिकारी ही बता सकते हैं। वहीं अंचलाधिकारी से संपर्क नहीं हो सका।

चंदन राम ने बताया कि उक्त विद्यालय को उसने प्रथम पक्ष को चलाने के लिए दिया था, जिसका लीज पेपर उनके पास है और जिस मकान पर प्रथम पक्ष दावा कर रहा है उसे भी मेरे द्वारा ही बनवाया गया है, जिसे खाली करने का सवाल ही नहीं है मामला कोर्ट में पेंडिंग है फैसले का इंतजार है।

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