सिमराढाब तालाब में अनियमितता की जांच को पहुंचे जेई कामेश्वर सिंह, मिली भारी अनियमितता
Last Updated on February 5, 2024 by Gopi Krishna Verma

बिरनी। प्रखंड़ क्षेत्र के ग्राम पंचायत सिमराढाब में तालाब निर्माण में अनियमितता की जांच रविवार को जेई कामेश्वर सिंह के द्वारा जांच किया गया। जिसमें भारी अनिमितता देखी गई। इस बीच उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की शिकायत सत्य पाई गई। निर्माण कार्य में काफी अनियमितता बरती गई है।

आपको बता दें कि जांच में आए जेई ने ग्रामीणों की मौजदगी में गाडवाल में लगाये गए पत्थर को हाथ से हटाया तो अन्य सभी पत्थर झरझरा कर गिर गया। जिसके बाद जेई ने संवेदक को फटकार लगाते हुए कहा कि किए गए कामों में काफी अनियमितता है जिसे किसी भी शर्त पर बर्दाश्त नही किया जाएगा।
जेई ने ग्रामीणों की मौजुदगी में संवेदक को हिदायत देते हुए कहा लगाए गए सभी पत्थर को तोड़कर दुबारा इस्टीमेट के अनुरूप काम करे अन्यथा वह बिल पर हस्ताक्षर नही करेंगे। वर्ष 2009 में इस तालाब का निर्माण कराया गया था जो भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ गया था। अलबत्ता उसी वर्ष बारिश में यह तालाब बह गया था, तब स्थानीय लोगों ने विधायक विनोद सिंह को मामले से अवगत कराया और खरी खोटी सुनाया था। पुनः इस योजना का शिलान्यास 12 दिसम्बर 23 को विधायक विनोद कुमार सिंह के द्वारा किया गया।

तालाब का शिलान्यास होने से ग्रामीण काफी खुश हुए लोगों को उम्मीद जगी की अब पुनः तालाब बनेगा जिससे सिंचाई करने में काफी मदद होगी; परन्तु तालाब पुनः भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ने लगा। अनियमितता देख ग्रामीणों की खुशी निराशाजनक साबित होने लगी, लोगों की उम्मीदों में पानी फेर दिया।
बता दें कि इस तालाब के निर्माण होने से सिमराढाब, बरवाचातर के लगभग 500 ग्रामीणों को सिंचाई में काफी मदद मिलती। जिससे 10 एकड़ की जमीन में सिचाई की जाती; लेकिन अनियमितता देखकर ग्रामीणों में हताशा महसूस होने लगी है ।