बंध्याकरण के बाद भी महिला हुई प्रेगनेंट, डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप
Last Updated on April 23, 2024 by Gopi Krishna Verma
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिरनी में 17 जनवरी को हुआ था ऑपरेशन, चार माह बाद हुई प्रेगनेंट
बिरनी। प्रखंड़ के बरमसिया पंचायत अंतर्गत टाटो निवासी सुमन कुमारी बंध्याकरण के बाद भी मां बनने वाली है। मां बनने की खबर से उसे खुशी कम और तनाव ज्यादा हो गया है।
कारण कि वह बंध्याकरण ऑपरेशन कराने के बावजूद गर्भवती हो गई है। सुमन को पहले से तीन बच्चे हैं। तीन बच्चे होने के बाद उन्होंने बंध्याकरण करा लिया; लेकिन, अब ऑपरेशन असफल रहा तो उसकी परेशानी बढ़ गई।
सुमन ने बताया कि वह अपने पति के साथ ऑपरेशन के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गई थी। डॉक्टर ने ऑपरेशन से पहले विभिन्न तरह के जांच करवाया। जांच रिपोर्ट सामान्य मिलने पर डॉक्टर ने उन्हें बंध्याकरण की अनुमति दिया था। 17 जनवरी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की टीम ने बंध्याकरण का ऑपरेशन किया था। एक दिन बाद क्लीनिक से छुट्टी दे दी गई। लगभग चार माह बाद उसे उल्टी एवं पेट में दर्द होने लगा। सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जांच करवाई तो डॉक्टर ने कहा वह गर्भवती है।
ऐसे डॉक्टर पर हो प्रथमिकी दर्ज:
पीड़ित महिला ने बताया कि वह अत्यंत गरीब परिवार से हैं। पति दिल्ली में मजदूरी करते हैं। पहले से तीन बच्चे हैं अब चौथा बच्चा उन्हें नहीं चाहिए था। इस वजह से उन्होंने बन्ध्याकरण करवाया था; परन्तु डॉक्टर की लापरवाही से ऑपरेशन असफल हुआ। कहा ऐसे लापरवाह डॉक्टर पर विभाग प्रथमिकी दर्ज करवाएं।
क्या कहते हैं चिकित्सा प्रभारी:
चिकित्सा प्रभारी डॉ. ताज ने बताया कि बंध्याकरण ऑपरेशन के बाद भी महिला गर्भवती हो गई है तो उसे गिरिडीह भेजा कर अल्ट्रासाउंड करवाया जाएगा। अल्ट्रासाउंड के माध्यम से देखा जा सकता है कि ऑपरेशन किस वजह से असफल रहा।