पांच वर्षों से तराई भतगढ़वा जंगल में सफेद और काला पत्थर का चल रहा है अवैध खदान, वन विभाग मौन
Last Updated on July 9, 2024 by Gopi Krishna Verma
गावां। थाना क्षेत्र के तराई भतगढ़वा जंगल में हरे भरे पेड़ पौधों को काट कर सफेद पत्थर और काला पत्थर का अवैध पत्थर खदान का संचालन चार-पांच सालों से लगातार पत्थर माफियाओं के द्वारा संचालन किया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार भतगढ़वा जंगल के झंहुआतरी, दुलरिया पहाड़ी, समचिहरिया पहाड़, खरुआ नाला में दिन के उजाले में कुछ पत्थर महियाओं के द्वारा अवैध पत्थर खदान का संचालन किया जा रहा है। दिन के उजाले में बारूद से उड़ा कर पत्थर को तोड़ा जाता है। सफेद पत्थर को अवैध तरीके से रात में कोडरमा, गिरिडीह और गावां प्रखंड के पिहरा में संचालित अवैध पत्थर के मील तक पहुंचाया जाता है।
इसकी सूचना संबंधित विभाग को भी है; लेकिन कार्रवाई शून्य है। वहीं काला पत्थर को अवैध तरीके से नवलशाही के क्रेसर में पहुंचाया जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि अवैध पत्थर का खदान स्थानीय कुछ लोगों के द्वारा हरे भरे पेड़ों को काट कर बनाया गया है और बेखौफ होकर खदान का संचालन किया जा रहा है।
इस संबंध में बीट इंचार्ज प्रभारी वनपाल पवन कुमार चौधरी ने कहा कि अवैध पत्थर का खदान का संचालन उक्त जंगल में कुछ स्थानीय पत्थर माफिया के द्वारा किया जा रहा है। जिस पर दस दिन पूर्व ही फॉरेस्ट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।
इधर गावां वन प्रक्षेत्र के रेंजर अनिल कुमार ने कहा कि जल्द ही कार्रवाई करके दोषियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया जायेगा। कहा कि किसी भी कीमत पर जंगल को बर्बाद करने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। जल्द ही टीम गठित करके छापेमारी अभियान चलाया जाएगा।