ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों-युवाओं के मार्गदर्शन के लिए के KSCF ने किया कैरियर काउन्सलिंग आयोजन
Last Updated on March 13, 2024 by Gopi Krishna Verma
- झारखंड़ प्रशासनिक सेवा समेत विभिन्न क्षेत्रों के सफल व्यक्तियों ने बच्चों का किया मार्ग दर्शन।
- कभी बाल मजदूरी करने वाले बच्चे अब बाल मित्र ग्राम कार्यक्रम से जुड़कर देख रहे हैं बेहतर भविष्य के सपने।
गावां। मंगलवार को पंचायत भवन माल्डा में कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन द्वारा बाल मित्र ग्रामों के बच्चों के उज्ज्वल भविष्य हेतु पेशे के चुनाव में मार्गर्शन के लिए ‘कैरियर काउंसिलिंग परामर्श’ कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में विभिन्न क्षेत्रों से सफल व्यक्तियों जैसे झारखंड़ प्रशासनिक सेवा के सफल अभ्यर्थी और प्रखंड़ पंचायत राज पदाधिकारी संजय कुमार, BPO गंगाधर पांडेय, गांवा थाना से ASI पिक्कू कुमार, मॉडल विद्यालय गांवा के शिक्षक दिलीप कुमार, स्वास्थ विभाग से CHO चंद्र पाल, उच्च विद्यालय माल्डा से कमलेश पांडेय, उच्च विद्यालय बाडीडीह से दिलीप कुमार यादव आदि ने बतौर प्रशिक्षक बच्चों को मार्गदर्शित किया।
गांवा पंचायत राज्य पदाधिकारी संजय कुमार ने कार्यशाला में उपस्थित युवाओं, छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने परामर्श में शामिल युवक-युवतियों से कहा कि आप अपने जीवन में जो कुछ बनना चाहते हैं उस लक्ष्य का निर्धारण करें और अभी से ही इसके लिए तैयारी में जुट जाएं। ग्रामीण बच्चों के गाइडेंस के लिए कैरियर काउंसिलिंग जैसे कार्यक्रम के आयोजन की उन्होंने सराहना की।
गांवा थाना से ASI पिक्कू कुमार में पुलिस सेवा में जाने के इच्छुक बच्चों खासकर लड़कियों को प्रोत्साहित करते हुए उन्हें कम्पटीशन की तैयारी करने के टिप्स बताए। कहा कि यदि आप सकारात्मक ऊर्जा के साथ परिश्रम करें तो निश्चित रूप से कामयाब होंगे। बताया पुलिस में जाना है तो पुलिस एक हवलदार को भी कहते है और पुलिस अधीक्षक को भी पुलिस कहते है। अब आपको तय करना है की IPS ऑफिसर बनाना है या हवलदार और अगर अभी आप पांच साल मेहनत करेंगे तो पूरे जीवन अच्छे से जिएंगे और अभी 5 साल अपने पढ़ाई पर ध्यान नहीं देंगे तो पूरे जीवन संघर्ष करना पड़ेगा साथ ही उन्होंने पुलिस विभाग में जाने हेतु आवश्यक निर्देश भी दिए।
मॉडल विद्यालय माल्डा के शिक्षक दिलीप कुमार ने बच्चों को आगाह करते हुए कहा कि सोशल मिडिया पर ज्यादा वक्त बिताने की बजाय आप बच्चों को अपनी-अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उच्च विद्यालय माल्डा के शिक्षक कमलेश पांडेय ने बच्चों के पेशे का सही चुनाव के लिए उन्हें अपने अंदर की क्षमता एवं उनके रुचि अनुरूप अपने भविष्य का निर्धारण करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने युवक-युवतियों के भविष्य से जुड़े उनके प्रश्नों के उत्तर भी दिए जिससे उन्हें उनके भविष्य को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
कार्यशाला में जिला नियोजन कार्यालय के द्वारा प्रेजेंटेशन के माध्यम से सरकारी व गैर-सरकारी नौकरियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के जिला समन्वयक यूसुफ इकबाल ने बताया कि इस परामर्श कार्यशाला का उद्देश्य युवक-युवतियों को बेहतर भविष्य निर्माण में उन्हें मार्गदर्शन करना है। उन्होंने बताया कि आज के कार्यशाला में 200 से अधिक युवक-युवतियां लाभान्वित हुए, जिनमें से अधिकांश पूर्व में ढिबरा में बाल मजदूरी करते थे। लेकिन बाल मित्र ग्राम कार्यक्रम के प्रयासों से वो बच्चे बालमजदूरी के चंगुल से मुक्त होकर अपनी पढ़ाई करते हुए आज बेहतर जीवन का सपना देख रहे हैं। उन्होने इस काम में लिए बच्चों के परिजनों और उनके माता-पिता के सहयोग के लिए उन्हें भी धन्यवाद दिया।
परामर्श कार्यशाला का संचालन बाल मित्र ग्राम के परियोजना पदाधिकारी अमित कुमार ने किया। मौके पर कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेंस फाउन्डेशन से यूसुफ इकबाल, अमित कुमार, छोटी कुमारी, छोटेलाल पांडेय और भीम चौधरी उपस्थित थे।