सुरक्षित बचपन दिवस के रूप में मनाया गया नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी का जन्मदिन

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Last Updated on January 11, 2024 by Gopi Krishna Verma

गावां। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन द्वारा संचालित बाल मित्र ग्राम भागलपुर, सलैयाटांड, आलमपुर, हरिहरपुर, ललकीमाटी, खोटो, हरिजन टोला सहित सैकड़ों बाल मित्र ग्रामों में नोबेल शांति पुरस्कार विजेता सह विश्व प्रसिद्ध बाल अधिकार कार्यकर्ता आदरणीय कैलाश सत्यार्थी के जन्मदिन को सुरक्षित बचपन दिवस के रूप में बच्चों ने बड़े ही धूम-धाम से मनाया गया।

बताया कैलाश सत्यार्थी का जन्म मध्य प्रदेश के विदिशा में 11 जनवरी, 1954 ई को हुआ था। दुनियां भर के उपेक्षित, दबे कुचले एवं हासिये पर रखे गए बच्चों के अधिकार सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से उन्होंने 1980 में बचपन बचाओ आंदोलन की स्थापना किया था। श्री सत्यार्थी के प्रयासों से लाखों बच्चों को बाल श्रम एवं बाल व्यापार से छुड़ाया गया है।

विश्व भर के उपेक्षित एवं शोषित बच्चों के हक व अधिकार के लिए आवाज उठाने और दबे कुचले बच्चों के अधिकार सुनिश्चित कराने के लिए वर्ष 2014 में उन्हें दुनिया के सर्वोच्च पुरस्कार नोबेल शांति पुरस्कार से नवाजा गया है। बचपन को सुरक्षित बनाने के लिए किये गए प्रयासों के कारण दुनियाभर के बच्चे उनके जन्मदिन को सुरक्षित बचपन दिवस के रूप में मनाते है। सुरक्षित बचपन दिवस के इस अवसर पर आज बाल मित्र ग्रामों में सांस्क़ृतिक कार्यक्रम, पेंटिंग एवं क्वीज प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

वहीं दर्जनों बाल मित्र ग्रामों में जनसंवाद का आयोजन कर जिले से बाल मजदूरी, बाल, बाल व्यापार एवं बाल यौनहिंसा की रोकथाम कर व सभी बच्चों की शिक्षा एवं सुरक्षा सुनिश्चित करने व बाल मित्र गिरिडीह बनाने पर परिचर्चा आयोजित की गई। बच्चों ने पेंटिंग एवं शार्ट वीडियो के माध्यम से कैलाश सत्यार्थी को जन्मदिन एवं सुरक्षित बचपन दिवस की शुभकामनाएं दी।

कार्यक्रम को सफल बनाने में बाल मित्र ग्राम के बच्चे व ग्रामीण एवं कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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