वृद्ध और विधवा महिलाओं के प्रति सरकार का रवैया उदासीन: मौर्या
Last Updated on January 10, 2025 by Gopi Krishna Verma

गिरिडीह। भाजपा जिला सोशल मीडिया प्रभारी मनोज मौर्या ने शुक्रवार को प्रेसविज्ञप्ति जारी कर कहा कि झारखंड में मैया सम्मान योजना, बेशक वोट बैंक बनाने के लिए राज्य सरकार की एक अच्छी पहल साबित हुई है। विगत विधानसभा चुनाव में सरकार को इसका लाभ भी मिला है; लेकिन इस योजना से समाज की महिलाओं में समानता और समरूपता के बीच बड़ी खाई को भी जन्म दिया है।

श्री मौर्या ने कहा कि एक ओर, जहां शारीरिक रूप से कमजोर और असहाय महिलाओं को मात्र 1000 रूपये प्रतिमाह ही मिल रहे हैं वहीं दूसरी ओर शारीरिक रूप से मजबूत और सबल महिलाओं को 2500 रूपये प्रतिमाह मिल रहा है। ऐसे में, दुर्बल महिलाओं का सबल महिलाओं प्रति द्वेष और घृणा की स्थिति को जन्म दे रहा है। उन्होंने सरकार पर कहा कि एक ही समाज के दुर्बल और सबल महिलाओं के बीच मानसिक रूप से एक दूसरे के साथ भेदभाव की नियत को जन्म दिया जा रहा है जो निकट भविष्य में राज्य के सामाजिक हित पर कुठाराघात है। एक ओर जहां सबल महिलाओं को मिल रहे मैया सम्मान योजना के लाभुकों में खुशी की लहर है वहीं दूसरी, दुर्बल और असहाय महिलाओं में खुद के वृद्ध होने की लाचारी और विधवा होने पर कम राशि मिलने का मलाल और रोष भी है।

इस व्यवस्था को धरातल पर लाने वालों के काबिलियत और नियत पर शक होना वाजिब ही है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वृद्ध एवं विधवा महिलाओं के प्रति समाज की मानसिकता बिल्कुल उदासीन हो गई है। समाज में कुछ ऐसे लोग हैं जो शराब पीने के लिए पत्नी द्वारा बचाए गए पैसों को जबरन मांगते हैं नहीं मिलने पर पत्नी के साथ मारपीट तक कर देते हैं। पहले तो ऐसे पतियों को अनुमान रहता था अब तो विश्वास रहेगा कि पत्नी के खाते में इतने रूपये पड़े होंगे। ऐसे में मैया सम्मान योजना घरेलू हिंसा को बढ़ावा देगी। साफ शब्दों में कहा जाय तो अब राज्य में महिला हिंसा की घटना बढ़ेगी। अपनी आवश्यकता की पूर्ति एवं पैसों के संग्रह के लिए राज्य की महिलाएं मेहनत और मजदूरी करती थीं जिससे ना केवल महिलाएं उन पैसों को संभाल कर खर्च करती थीं बल्कि उनका सेहत भी ठीक रहता था।

मुफ्त में मिलने वाले इस सम्मान राशि का दुरुपयोग भी होगा और शारीरिक दुर्बलता भी बढ़ेगी। ऐसे कई बिंदु हैं जिसपर सरकार को ध्यान देने की आवश्यकता है। वैसे तो सरकार की योजना जनकल्याणकारी होता है, जनता के हित में होती है और सभी योजनाओं के कुछ ना कुछ त्रुटियां या दुष्परिणाम भी होते हैं लेकिन यह मैया सम्मान योजना जनता के हित में कम ही है और इसका दुष्परिणाम ज्यादा है।