होमगार्ड जवानों को नहीं मिल पाया हक व सम्मान: राम विजय
Last Updated on September 30, 2024 by Gopi Krishna Verma

गिरिडीह। होमगार्ड जवानों को उनका हक, अधिकार व सम्मान अब तक नहीं मिल पाया है। वे वर्षों से अपनी सेवा दे रहे है।
उक्त बातें झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के संगठन के नेता राम विजय देव ने उठाया। होमगार्ड जवानों का मुद्दा हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद नहीं मिल पाया। होमगार्ड जवानों को पेंशन जैसी सुविधा नहीं मिल पाया। कहा अफसोस कि बात है कि झारखंड में होमगार्ड जवान वर्षों से झारखंड जिला पुलिस का कार्य कर रही है। एक वेतन छोड़िए तो सुविधा के नाम पर उन्हें कुछ नहीं मिलती है। वर्दी तक इन जवानों को उपलब्ध नहीं हो पता है।
होमगार्ड जवान अपने सीने में गोली खा लेते हैं शहीद हो जाते हैं और शहीद का दर्जा नहीं मिल पाता है, ना ही नैतिक सम्मान मिल पाता है। जवानों ने हाईकोर्ट से उम्मीद लगाया है। हेमंत सरकार ने झुनझुना पकड़ा कर छोड़ दिया है, सिर्फ एक हजार भत्ता बढ़ाया जो बहुत कम है। होमगार्ड जवानों में नाराजगी है। तीस हजार से अधिक होमगार्ड जवान राज्य भर में ड्यूटी करते हैं। जिनकी ड्यूटी परमानेंट नहीं है।
साल में 4-6 महीने ही ड्यूटी करते हैं और इन्हें सिर्फ इलेक्शन ड्यूटी, इमरजेंसी ड्यूटी, होली, दुर्गा पूजा ड्यूटी में लगाया जाता है। होमगार्ड जवानों को बंधुआ मजदूर की तरह कार्य लिया जाता है।