उत्क्रमित पल्स टू विद्यालय दुम्मा में मना भारतीय भाषा उत्सव
Last Updated on December 12, 2023 by Gopi Krishna Verma
स्वतंत्रता सेनानी महाकवि चिन्नास्वामी सुब्रमण्यम भारती के जन्मदिन को भारतीय भाषा दिवस के रूप में मनाया जाता है
गिरिडीह। जमुआ प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित +2 उच्च विद्यालय दुम्मा, जमुआ में प्रसिद्ध तमिल कवि, लेखक और स्वतंत्रता सेनानी महाकवि चिन्नास्वामी सुब्रमण्यम भारती के जन्मदिन ग्यारह दिसंबर को भारतीय भाषा दिवस के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम में वर्ग 9 से वर्ग 12 के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्य बिनोद कुमार ने विषय प्रवेश कराया तथा संकुल साधन सेवी दुम्मा संकुल मोहम्मद जुनैद आलम, चिकित्सक डॉ नेमचंद महतो, शिक्षक प्रदीप कुमार अकेला को पुष्प गुच्छ देकर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। सम्बोधित करते हुए जुनैद आलम ने कहा कि हमसभी को मातृभाषा के अलावा अन्य दूसरी भाषाओं को भी जानना चाहिए।
भारत एक राष्ट्र है, हम कहीं न कहीं जरूर जाते हैं जहाँ हमें कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने उर्दू भाषा, बांग्ला भाषा, तमिल भाषा से अवगत कराया। कार्यरत शिक्षक सुशील कुमार ने कहा कि भारत में बाईस भाषा को मान्यता प्राप्त है उन्होंने सभी भाषाओं से परिचित कराया। छात्र कृष कुमार ने महाकवि सुब्रमण्यम भारती के जीवनी पर निबंध लिखकर प्रस्तुत किया। छात्र चंदन कुमार एवं छात्रा सुब्रमण्यम भारती का अंग्रेजी कविता विंड को संयुक्त रूप से पढ़ा। विद्यार्थियों ने निबंध लेखन, पोस्टर लेखन एवं वाल राइटिंग में हिस्सा लिया। प्रातः कालीन सभा में रविंद्र नाथ टैगोर रचित बांग्ला गीत आमार सोनार बांग्ला को प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रभारी प्राचार्य बिनोद कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत बहुभाषावाद को पहचानने और बढ़ावा देने का प्रावधान किया गया है। एक भारत श्रेष्ठ भारत को समझने की प्रक्रिया में छात्रों को भाषाई विविधता में भारत की अंतर्निहित एकता का अनुभव और आनंद लेने की आवश्यकता है। भाषा को सीखने को बढ़ावा देने के लिए 28 सितम्बर से 11 दिसंबर, 2023 तक कुल 75 दिवसीय ‘भारतीय भाषा उत्सव ‘ भाषाएं अनेक भाव एक’ के तहत विद्यालय में कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इनकी रही उपस्थित:
कार्यक्रम में छात्र सुरेंद्र कुमार, प्रिंस कुमार, गोविन्द कुमार, विवेक कुमार एवं छात्रा सुगंती, सुमन, पूनम, मनीषा, संजना, सुरुचि, प्रीति, शालू और रानी कुमारी इत्यादि उपस्थिति थे। कार्यक्रम का समापन एवं धन्यवाद ज्ञापन सहायक अध्यापिका फूलमती कुमारी ने किया।