लिंग भेद आधारित जागरूकता को लेकर एक दिवसीय सेमिनार
Last Updated on December 9, 2023 by Gopi Krishna Verma
सर जेसी स्कूल में लिंग भेद पर बच्चों ने दी एक-से-बढ़कर एक प्रस्तुति
गिरिडीह। सरकार के सचिव और स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के निर्देश के आलोक में शुक्रवार को लिंग आधारित भेदभाव, समाज में इसका प्रचलन और लिंग भेद के दुष्परिणामों को लेकर सर जेसी बोस विद्यालय में एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम को आरंभ करते हुए प्राचार्य मुन्ना कुशवाहा ने कहा की वर्तमान समाज लिंग विभेद को कानूनी रूप से तो मान्यता नहीं देता, लेकिन आज भी पारिवारिक और सामाजिक स्तर पर कहीं ना कहीं लिंग पर आधारित भेदभाव दृष्टिगोचर हो रहा है । इसके दुष्परिणाम परिवार समाज और राष्ट्र की उन्नति में बाधा के रूप में दिखाई दे रही है।
जागरूकता को लेकर विद्यालय में सीसीए प्रभारी राकेश कुमार और संध्या संथालिया के साथ वरीय शिक्षक अख्तर अंसारी के मार्गदर्शन में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें श्रेया और साक्षी के लिंग भेद पर आधारित भावगीतफलक की खूबसूरत बेटा-बेटी को लेकर गीत ने पूरे विद्यालय परिवार को भावुक कर दिया।
हिंदी और अंग्रेजी में अलीशा परवीन, निधि कुमारी मांसोम परवीन और आयशा प्रवीण ने लिंग भेद समाज में इसके प्रचलन और इसके दुष्परिणाम परिणाम को लेकर बहुत उम्दे तरीके से अपने विचार रखें। सपना और अंजनी के गीत और तनु के प्यारे शब्दों ने सच में कार्यक्रम में माहौल को भारी बना दिया।
नाटक के माध्यम से बालिका शिक्षा, घरों में लड़के और लड़कियों के बीच के विभेद और समाज में लड़के और लड़कियों को अलग-अलग नजरिए से देखने और उसके दुष्परिणामों को लेकर प्रियांशु और ग्रुप सृष्टि केसरी और ग्रुप और सुजाता और ग्रुप में बहुत ही उम्दा नाटक प्रस्तुत कर जगाने का काम किया है।
चित्रकला के माध्यम से कई छात्राओं ने अपने दिल के भाव को जो बेटा और बेटी में फर्क को प्रदर्शित कर रही है को उकेरा। ‘हम भी नहीं करेंगे बेटा-बेटी में भेद तभी होगा हमारे देश का विकास’ कार्यक्रम का संचालन शिक्षक अख्तर अंसारी कर रहे थे। मौके पर विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं और विद्यार्थी मौजूद थे।