सर जेसी बॉस: उज्जवल भविष्य की कामनाओं के साथ 10वीं व 12वीं के छात्राओं को दी गई विदाई
Last Updated on February 4, 2024 by Gopi Krishna Verma
गिरिडीह। शनिवार को गिरिडीह ज़िले के सर जेसी बोस सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस गर्ल्स, गिरिडीह में 2023-24 के निवर्तमान कक्षा दसवीं और बारहवीं बैच को बड़े उत्साह के साथ भावभीनी विदाई दी। सुबह एक उत्सव था जो दोस्तों और शिक्षकों के साथ आनंदमय क्षणों को याद करने के लिए बिताए गए वर्षों को समर्पित था।
स्कूल शेड में कार्यक्रम की शुरुआत वरीय शिक्षक अख्तर अंसारी के स्वागत भाषण से हुई। मंच संचालन राकेश कुमार ने किया। कक्षा नौ एवं ग्यारह के विद्यार्थियों द्वारा समूह नृत्य प्रस्तुत किया गया। शिक्षकों के समूह ने विदाई गीत भी गाया। स्कूल के प्रिंसिपल मुन्ना कुशवाहा ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्साहपूर्वक भाग लेने और उत्कृष्टता का स्तर बढ़ाने के लिए छात्राओं के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने उन्हें ‘स्वयं से पहले सेवा’
के स्कूल के आदर्श वाक्य को आगे बढ़ाते हुए बाहरी दुनियां में अपनी पहचान बनाने के लिए शुभकामनाएं दी।
मौके पर विदाई समारोह को और गौरवपूर्ण बनाते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी नीलम आइलिन टोप्पो की उपस्थिति से छात्राएं भावविभोर हो गई। माहौल भावनाओं के समंदर में गोते तब लगाने लगा जब खुद
पंक्तिबद्ध होकर महोदया ने प्राचार्य मुन्ना कुशवाहा के साथ विदा लेती बेटियों को नवम् और ग्यारहवीं की छात्राओं के तिलक चंदन लगाने के बाद लगातार आधे घंटे तक पुष्प वर्षा करते हुए उन्हें विदा किया।
महोदया खुद खड़े रहकर पंक्तिबद्ध आती छात्राओं को बेस्ट ऑफ़ लक और खूब नंबर लाना जैसे वाक्य
लगातार आशीर्वाद स्वरूप दे रही थी। सभी शिक्षक और शिक्षिकाएं अपनी भावनाओं को इन बेटियों के साथ शब्दों, सेल्फी और भावनाओं में समेटकर विदा कर रही थी।
प्राचार्य की आंखें संबोधित करते भावनाओं में डूब गई थी। इस महत्वपूर्ण अवसर पर बारहवीं की छात्रा बिनीता कुमारी और दसवीं की छात्रा दीपिका पांडे और प्रज्ञा पाठक ने अपने अतीत और शिक्षकों के प्रयासों को व्यक्त किया। कई लोगों को दोस्तों और शिक्षकों की तस्वीरें खींचते हुए देखा गया। स्कूल की यादों को हमेशा के लिए कैद कर लिया।
इस प्रकार ख़ुशी और गम दोनों से भरी एक खूबसूरत सुबह समाप्त हुई। मौके पर विद्यालय के सभी शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मी अपनी दिल की भावनाओं से इन बेटियों के उज्जवल भविष्य की कामना कर रहे थे।