रिजल्ट में सुधार के लिए सेमेस्टर-2 के छात्राओं ने एबीवीपी के अगुवाई में किया प्रदर्शन
Last Updated on January 13, 2024 by Gopi Krishna Verma
गिरिडीह। शनिवार को गिरिडीह ज़िले के आर के महिला कॉलेज गिरिडीह में सेमेस्टर-2 की छात्राओं ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया।
छात्राओं ने काॅलेज के प्रवेशद्वार में तालाबंदी कर विरोध दर्ज कराया। इस दौरान छात्राओं ने अपनी मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रही छात्राओं ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व उन्हें आश्वासन दिया गया था कि सेमेस्टर-2 के छात्र-छात्राओं के रिजल्ट में सुधार कर सभी को पास कर दिया जाएगा। मगर सप्ताह गुजर जाने के बाद भी इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई और छात्र छात्राओं को प्रमोट कर दिया गया है। जिसके विरोध में छात्राएं प्रदर्शन कर रही हैं।
बताया गया कि छात्र-छात्राओं के छह सूत्री मांग हैं जिन पर विचार नहीं किए जाने से नाराजगी है। इस संबंध में एबीवीपी के नगर मंत्री उज्जवल तिवारी ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हमेशा से छात्र हित के मामलों को लेकर गंभीर रही है। कहा कि नई शिक्षा नीति लागू होने पर छात्र छात्राओं को बहुत कठिनाई हो रही है। महाविद्यालयों में सभी विषय के शिक्षक नहीं है जिस कारण छात्र-छात्राओं की पढ़ाई ठीक ढंग से नही हो रही है। वहीं छात्र-छात्राओं को पूरे पाठ्यक्रम की जानकारी भी नहीं है। नियमित क्लास भी नहीं हो रहा है। ऐसे में छात्र-छात्राएं अपनी मेहनत से परीक्षा में लिख कर आते हैं। उसके बावजूद भी चार पांच नंबरों से उन्हें फेल कर दिया जाता है।
उन्होंने भी विश्वविद्यालय प्रबंधन से सेमेस्टर 2 के छात्र-छात्राओं के रिजल्ट में संशोधन कर दुबारा परीक्षा परिणाम घोषित करने की मांग की है। परिषद् के सदस्यों ने कहा कि छात्र-छात्राओं की समस्या को देखते हुए संगठन की तरफ से छह सूत्री मांग की गई है।