डॉ. अमित कुमार गौंड का असमय चले जाना अपुर्णीय क्षति: रंजीत राय
Last Updated on May 31, 2024 by Gopi Krishna Verma
गिरिडीह। शुक्रवार को शहरी क्षेत्र के झंडा मैदान में गिरिडीह के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. अमित कुमार गौंड का स्वर्गवास हो गया।
वहीं इसी को लेकर गिरिडीह के युवाओं के द्वारा झंडा मैदान गिरिडीह में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। गिरिडीह युवाओं द्वारा 2 मिनट का मौन रखकर सभी ने मृत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना किया गया। डॉक्टर साहब के परिजनों को इस दुःख की घड़ी में ईश्वर ताकत प्रदान करें।
सभा में उपस्थित भाजपा युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष रंजीत राय ने कहा की डॉक्टर साहब की मृत्यु से पूरे गिरिडीह के लोग आहत हुए हैं। स्वास्थ के क्षेत्र मे गिरिडीह को बहुत बड़ी क्षति हुई हैं और इस क्षति को पूरा नहीं किया जा सकता है। गिरिडीह में एक उम्मीद की किरण जगी थी। वह किरण बुझ गई डॉ. अमित के जाने से।
आकाश सिंह ने कहा की डॉक्टर अमित जो थे डॉक्टर जिस मानव सेवा के लिए जाना जाता है। एकदम उसके अनुरूप उनका कार्य और व्यवहार भी था गिरिडीह जैसे छोटे शहर में जहां आज की जो स्वास्थ स्थिति किसी से छुपी हुई नहीं है। अगर छोटा-सा किसी को किसी प्रकार स्वास्थ्य समस्या आ जाए किसी प्रकार की दिक्कत हो जाती है दुर्घटना हो जाता है तो यहां पर तुरंत रेफर कर दिया जाता था डॉक्टर अमित ने एक उम्मीद जगाई और गिरिडीह में ऐसे ऐसे कैसे में उन्होंने सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया जो केस को यहां के डॉक्टरों ने रेफर कर दिया था।
डॉ. अमित सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर रुचि लेते थे। उन्होंने कहा कि अगर कोई गरीब मरीज भी उनके पास पहुंचता था आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है तो किस प्रकार कम से काम में उसका इलाज हो जाए उसको लेकर वह गंभीर रहते थे उसका इलाज करते थे सही सलाह उसे देने का कार्य करते थे।
मौके पर उपस्थित गिरिडीह के उप प्रमुख कुमार सौरभ ने कहा कि डॉक्टर साहब डॉक्टर के रूप में गिरिडीह के लोगों के लिए किसी भगवान से कम नहीं कोविड के समय को ही अगर उठाकर देख लिया जाए तो 24 घंटा वह अपने कर्तव्य का निर्वहन किए हैं। डॉक्टर साहब के पास बैठने से पता ही नहीं चलता था कि किसी डॉक्टर के पास बैठे हैं। एक अपनापन मरीज का उनसे बात करने से ही आधी बीमारी ठीक हो जाए इस प्रकार का उनका व्यवहार था। बहुत बड़ी क्षति गिरिडीह के लोगों को हुई है। आज पूरा गिरिडीह दुखी है डॉक्टर साहब के जाने से।
मौके पर शौक सभा में मुख्य रूप से रंजित राय, नीरज शहाबादी, गुड्डू सिंह, लखन वर्णवाल, संदीप देव, कंपू यादव, रॉकी नवल, राम जी, संजीत सिंह, विक्की गुप्ता, जय मंडल, मुन्ना कुशवाहा, आशुतोष तिवारी, कृष्णा, नवीन,समेत सैकड़ों की संख्या में गिरिडीह के युवा साथी समेत समाज के प्रबुद्ध लोग, सामाजिक कार्यकर्ता, समेत सेकड़ो उपस्थित थे।